घोटालों की होगी जांच सूत्रों के मुताबिक वाराणसी (Varanasi) और इलाहाबाद (Allahabad) अंचल में 5 करोड़ से 150 करोड़ तक के निर्माण कार्यों में हुए घोटाले की जांच होगी। इसमें सोनभद्र (Sonbhadra) में जेल निर्माण, चंदौली (Chandauli) में प्राथमिक विद्यालय केंद्र, वाराणसी (Varanasi) में सामुदायिक केंद्र, भदोही (Bhadohi) में 100 बेड के अस्पताल और कोर्ट रूप में निर्माण में हुई धांधली शामिल है। इसके अलावा गाजीपुर, मऊ, बलिया, जौनपुर, मिर्जापुर, आजमगढ़, प्रतापगढ़, प्रयागराज और श्रावस्ती जिले में पीडब्ल्यूडी की ओर से कराए गए विभिन्न निर्माण कार्यों में की गई धांधली भी शामिल है। सूत्रों का कहना है कि इन जिलों में कराए गए कामों के एवज में लागत की अपेक्षा अधिक पैसों का भुगतान किया गया, इसके बाद भी काम निर्धारित समय में पूरा नहीं हुआ।
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इनकी होगी जांच एसआईटी (SIT) को सौंपी गई जांच में चार एफआईआर की विवेचना भी शामिल है जो वाराणसी अंचल के अलग-अलग जिलों में दर्ज है। यह मामले भी पीडब्ल्यूडी की ओर से कराए गए काम से संबंधित है। जिन चार मामलों की विवेचना एसआईटी को करनी है उसमें 25 नवंबर 2016 को चंदौली में दर्ज एफआईआर, 8 अगस्त 2015 और 9 अप्रैल 2019 को वाराणसी में दर्ज एफआईआर और 18 जनवरी 2017 को भदोही के ज्ञानपुर थाने में दर्ज एफआईआर शामिल हैं।
इन जिलों में होगी जांच वाराणसी, भदोही, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, मऊ, बलिया, जौनपुर, मिर्जापुर, आजमगढ़, प्रतापगढ़, प्रयागराज और श्रावस्ती।
आरोप काम के एवज में अधिक भुगतान, फिर भी काम तय समय में पूरा नहीं हुआ।