मदरसों पर पूछे गये एक सवाल का जबाब देते हुए राज्यमंत्री बलदेव ओलख ने कहा कि हमने 18 अगस्त को पोर्टल जारी किया था। यह पोर्टल मदरसों की जानकारी के लिए जारी किया गया था जिससे मदरसों को बेहतर बनाने में मदद मिले और उसके बारे में सही सही जानकारी प्राप्त हो। अब तक प्रदेश में जो भी सरकारें रहीं वो लूट-खसोट करती रही हैं। सरकार की तरफ से जो भी पैसा मदरसों को जाता है, वो कहां जाता है और उस पैसा का क्या होता है, इसके बारे में कभी विचार नहीं किया गया।
ओलख ने कहा कि
योगी आदित्यनाथ की सरकार एक पारदर्शी सरकार है। जब हमारी सरकार मदरसों को सैलरी देती है, छात्रवृत्ति देती है तो हम चाहते है कि सरकार के पैसे का सही उपयोग होना चाहिए। पार्टल के जरिये सही जानकारी जुटाई जा रही है। मदरसों के बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए उनकों बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रयास हो रहे हैं जिससें मदरसों के बच्चे भी समाज की मुख्यधारा में जुड़ सकें ।
ओलख ने भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत से पूर्व जन समाधान केंद्र पर जन समस्याओं की सुनवाई की। सुनवाई के दौरान मंत्री के सामने सामने 100 शिकायतें आईं जिनमें से 75 का मौके पर निस्तारण कराया गया। जन सुनवाई के दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू राम निषाद और प्रदेश मंत्री शंकर गिरी भी मौजूद रहे।