बौद्ध समुदाय लोगों की मांग पूरी मायावती ने कहा कि संविधान की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय की मंशा को देशभर में लागू करने और जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा संबंधी धारा 370 व 35ए हटाने की मांग लंबे समय से थी। बसपा को उम्मीद है कि इससे वहां के स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा।
एक अन्य ट्वीट में बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर के लेह-लद्दाख को अलग केंद्र शाषित क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद वहां के बौद्ध समुदाय लोगों की पुरानी मांग अब पूरी हुई है। बीएसपी इस फैसले का भी स्वागत करती है। इससे पूरे देश में बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बौद्ध अनुयाई काफी खुश हैं।घाटी पर सरकार का फोकस
सोमवार को जम्मू-कश्मीर पर सुनाए गए फैसले पर कुछ ने समर्थन दिया, तो कुछ ने आलोचना की। सपा और कांग्रेस ने मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध किया लेकिन बसपा ने पूरी तरह से फैसले का समर्थन किया है। जम्मू-कश्मीर पर फैसला सुनाने के बाद केंद्र सरकार ने पूरी तरह से घाटी पर फोकस करना शुरू कर दिया है। मोदा सरकार राज्य में जल्द ही बड़ी योजनाओं का ऐलान कर सकते हैं, जिससे राज्य में विकास को आगे बढ़ाया जा सके।
ये भी पढ़ें: कश्मीर में बढ़ते तनाव के बाद यूपी में हाई अलर्ट, मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय ने जारी की एडवाइजरी गौरतलब है कि सोमवार को राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह की तरह से जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन के प्रस्ताव को पेश किया गया। जम्मू-कश्मीर को धारा 370 के तहत मिलने वाले विशेषाधिकारो को कमजोर कर दिया गाया है। क्षेत्र के पुनर्गठन को लेकर योजना बनाई जाएगी। वहीं, अब जम्मू-कश्मीर का हिस्सा लद्दाख क्षेत्र नहीं होगा। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों की तरह काम करेंगे।