मंथन और रणनीति बनाने का दौर जारी बता दें कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा के हिस्से में सिर्फ 1 विधानसभा सीट आई थी। अपन इस करारी हार के बाद बसपा ने अपनी कमर कस ली है। पार्टी में मंथन और रणनीति बनाने का दौर जारी है। कोशिश है कि वह निकाय चुनावों में अपनी खोई हुई जमीन वापस हासिल करे ताकि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में उसे इसका लाभ हो सके।
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बदमाशों ने आठ साल के बच्चे की ईंट से कुचलकर की हत्या, मां को भी नहीं छोड़ा, जानें पूरा मामला पार्टी को मजबूत बनाने की कोशिश इसी कड़ी में मायावती अब पार्टी को मजबूत बनाने की लगातार कोशिश कर रही हैं। इसके लिए वे लगातार विचार विमर्श कर रही हैं। वहीं बैठक में प्रमुख पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। बैठक के पहले दिन मायावती मुख्य जोन प्रभारियों और दूसरे दिन जिलाध्यक्षों के साथ बैठक करेंगी। खबर है कि इस बैठक में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा हो सकती है।
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कपिल सिब्बल की संपत्ति जान कर हैरान रह जाएंगे आप, अरबों रुपए तो लोन में बांट रखा है अन्य पार्टियां भी जुटी उधर, बसपा के अलावा कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी निकाय चुनाव की रणनीति बनाने में जुट गई हैं। कांग्रेस इसके लिए जोनवार बैठक कर रही है। वहीं आप ने भी चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी ने 26 जिलों में जिलाध्यक्ष बना दिए हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में 17 नगर निगम, 200 के आसपास नगर पालिका परिषद और लगभग 450 नगर पंचायतें हैं।