कोई भी उपचुनाव नहीं लड़ेगी बसपा
मायावती ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा की सीटों पर हुए उपचुनाव में इस बार जो मतदान हुआ है और उसके बाद जो कल नतीजे आए हैं, उसको लेकर लोगों में आम चर्चा है कि पहले देश में बैलेट पेपर के जरिए चुनाव जीतने के लिए सत्ता का दुरुपयोग करके फर्जी वोट डाले जाते थे और अब तो EVM के जरिए भी ये कार्य किया जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए बहुत दुख और चिंता की बात है। देश में लोकसभा और राज्यों में विधानसभा चुनावों के साथ-साथ खासकर उपचुनावों में तो अब ये कार्य काफी खुलकर किया जा रहा है। ये सब हमें हाल ही में हुए उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में देखने को भी मिला है।’
मायावती ने कही ये बात
आगे बसपा प्रमुख ने कहा, ‘महाराष्ट्र राज्य में विधानसभा के हुए आम चुनाव में भी इसे लेकर काफी आवाजें उठाई जा रही है। ये हमारे देश और लोकतंत्र के लिए खतरे की बड़ी घंटी भी है। ऐसी स्थिति में अब हमारी पार्टी ने ये फैसला लिया है कि जब तक देश में फर्जी वोटों को डालने से रोकने के लिए देश के चुनाव आयोग द्वारा कोई सख्त कदम नहीं उठाए जाते हैं तब तक हमारी पार्टी देश में अब कोई भी उपचुनाव नहीं लड़ेगी। हमारी पार्टी देश में लोकसभा व राज्यों में विधानसभा के चुनाव तथा स्थानीय निकायों के चुनाव पूरी तैयारी और दमदारी के साथ लड़ेगी।’ सबसे बुरे राजनीतिक दौर से गुजर रही बसपा
बता दें कि बीते 35 सालों में बसपा अपने सबसे खराब राजनीतिक दौर से गुजर रही है। लोकसभा और विधानसभा में बसपा का एक भी सदस्य नहीं है। वहीं, विधान परिषद और राज्यसभा में बसपा का सिर्फ एक उम्मीदवार है।