महाकुंभ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को सात चक्रों में विभाजित किया गया है।
पहला चक्र: मूल स्थल (प्वाइंट ऑफ ऑरिजिन) पर चेकिंगदूसरा चक्र: ट्रेन, बस, और निजी वाहनों की चेकिंग
तीसरा चक्र: राज्य की सीमाओं पर व्यापक चेकिंग
चौथा चक्र: जोन की सीमाओं और टोल प्लाजा पर चेकिंग
पांचवा चक्र: प्रयागराज कमिश्नरेट की सीमा पर चेकिंग
छठा चक्र: मेला क्षेत्र के आउटर में चेकिंग
सातवां चक्र: इनर और आइसोलेशन कार्डन पर चेकिंग
37,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात
महाकुंभ 2025 की सुरक्षा में 37,611 पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी। इनमें से 22,953 पुलिसकर्मी मेला क्षेत्र की सुरक्षा देखेंगे। साथ ही 6887 पुलिसकर्मी प्रयागराज कमिश्नरेट में तैनात होंगे, और जीआरपी के 7771 पुलिसकर्मी भी प्रमुख स्टेशनों और रेल मार्गों पर तैनात रहेंगे। महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 1,378 महिला पुलिसकर्मियों की विशेष तैनाती होगी।इंटेलिजेंस यूनिट और तकनीकी सहायता
महाकुंभ के दौरान आतंकी गतिविधियों या किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि को रोकने के लिए इंटेलिजेंस यूनिट्स सुपर एक्टिव रहेंगी। सुरक्षा के हर पहलू की निगरानी के लिए इंटेलिजेंस-आधारित नियंत्रण और कमांड सेंटर स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस सीसीटीवी कैमरों का उपयोग किया जाएगा ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत मिल सके।पिछले कुंभ से बेहतर सुरक्षा व्यवस्था
पिछले कुंभ की तुलना में इस बार सुरक्षा व्यवस्था अधिक मजबूत और व्यापक होगी। 2013 के महाकुंभ में जहां 22,998 पुलिसकर्मियों की तैनाती हुई थी, इस बार यह संख्या 37,000 से अधिक होगी। इसी तरह, अर्धकुंभ 2019 की तुलना में भी इस बार सुरक्षा में ज्यादा सख्ती और तकनीकी सुविधाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है।अलग-अलग इकाइयों की जनशक्ति
नागरिक पुलिस: 18,479महिला पुलिस: 1,378
यातायात पुलिस: 1,405
सशस्त्र पुलिस: 1,158
घुड़सवार पुलिस: 146
परिवहन शाखा: 230
एलआईयू: 510
जल पुलिस: 340
होमगार्ड: 13,965 महाकुंभ 2025 की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर योगी सरकार की तैयारी बेहद सख्त और तकनीकी रूप से सुसज्जित है। सात स्तरीय सुरक्षा चक्रव्यूह के साथ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटेलिजेंस यूनिट्स की मदद से, महाकुंभ को एक सुरक्षित और स्मरणीय आयोजन बनाने की पूरी योजना तैयार है।