scriptयूपी में एक प्राइमरी टीचर की सैलरी आठ लाख रुपए महीना | Lucknow UP Primary teacher Anamika Shukla Salary Eight lakh rupees Mon | Patrika News
लखनऊ

यूपी में एक प्राइमरी टीचर की सैलरी आठ लाख रुपए महीना

-अबूझ पहेली, एक अनामिका, 25 खाते, हर जिले में फोटो अलग-अलग-असली अनामिका की तलाश में जुटे 25 जिलों के बीएसए- उच्च मेरिट के आधार पर हर जिले में मिल गयी नियुक्ति-13 महीने में खाते में ट्रान्सफर हुई एक करोड़ की राशि

लखनऊJun 05, 2020 / 06:09 pm

Mahendra Pratap

यूपी में एक प्राइमरी टीचर की सैलरी आठ लाख रुपए महीना

यूपी में एक प्राइमरी टीचर की सैलरी आठ लाख रुपए महीना

पत्रिका लगातार
लखनऊ. सर्वशिक्षा अभियान के तहत संचालित कस्तूरबा गांधी स्कलों में शिक्षकों की भर्ती में व्यापक भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुकी अनामिका शुक्ला कौन है। आखिर एक साथ 25 स्कूलों में कैसे काम कर रही थी। और महज 13 महीने में ही एक करोड़ रुपए की सैलरी कैसे उसके खाते में ट्रांसफर हो गयी यह अबूझ पहेली बन गयी है। अनामिका शुक्ला के रिकार्ड देखने पर पता चलता है कि उसके रिकार्ड तो कमोबेश हर जगह एक हैं लेकिन फोटो अलग-अलग इस्तेमाल किए गए हैं। इससे एक बात जाहिर है कि शिक्षकों की नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर खेल हुआ है। विवाद बढऩे पर यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि विभाग मामले की जांच कर रहा है। आरोप सही पाए जाते हैं तो सख्त कार्रवाई होगी।
यूपी में बेसिक शिक्षा विभाग के तहत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इनमें शिक्षकों की नियुक्ति संविदा के आधार पर एक-दो साल के लिए की जाती है। बीएसए इनका नियुक्ति प्राधिकारी होता है। उच्च मेरिट के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति होती है। जिला कोआर्डीनेटर बालिका शिक्षा इन स्कूलों की मॉनिटरिंग करते हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति में गडबड़ी तब पकड़ में आयी जब बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से टीचरों का डिजिटल डेटाबेस तैयार किया जाने लगा। इस दौरान यह जानकारी सामने आई कि मैनपुरी की कोई अनामिका शुक्ला का नाम राज्य के 25 कस्तूरबा गांधी स्कूलों में दर्ज है। यह साइंस की टीचर है। इसके नाम पर 13 महीने में करीब 1 करोड़ सैलरी के मद में डाले गए हैं। पड़ताल पर पता चला है कि अलग-अलग जिलों में रजिस्टर्ड इस टीचर का नाम तो एक है लेकिन फोटो अलग-अलग हैं। यह नाम प्रयागराज, अंबेडकरनगर, बागपत, सहारनपुर, अंबेडकरनगर, अमेठी जैसे कई जिलों में दर्ज है।
एक ही बैंक का जिक्र :- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में कॉन्ट्रैक्ट नियुक्ति में करीब 30 हज़ार रुपए महीने सैलरी मिलती है। सभी टीचर्स को प्रेरणा पोर्टल पर ऑनलाइन अपनी अटेंडेंस दर्ज करानी होती है। इसलिए सवाल उठ रहा है कि एक ही टीचर कैसे एक साथ कई जिलों में उपस्थित हो सकती है। यह अनामिका कौन है। इसकी ओरिजिनल पोस्टिंग कहां है। कुछ भी पता नहीं चल पाया है। अनामिका शुक्ला फरवरी तक रायबरेली के कस्तूरबा गांधी स्कूल में कार्यरत थी। तब यह खुलासा हुआ था कि इस नाम से कई जगहों पर पैसा आहरित किया जा रहा है। खास बात यह है कि बैंक से राशि निकलती रही है।
संपर्क में नहीं है महिला टीचर:- मानव सेवा पोर्टल पर शिक्षकों के डिजिटल डेटाबेस में शिक्षकों के व्यक्तिगत रिकॉर्ड, जुडऩे और पदोन्नति की तारीख की आवश्यकता होती है। अनामिका शुक्ला के शिक्षक पद पर नियुक्ति में शैक्षिक अभिलेखों, निवास का पता और बैंक अकाउंट अधिकांश जिलों में एक ही इस्तेमाल हैं। लेकिन फोन नंबर उपलब्ध नहीं है। अनामिका के शैक्षिक उच्च अंकों की बदौलत हर जिले में इसकी नियुक्ति हुई है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार :- सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय ने अनामिका शुक्ला नामक शिक्षिका के बारे में जांच करने के लिए छह जिलों को एक पत्र जारी किया था। रायबरेली का नाम सूची में नहीं था। लेकिन, इस नाम की महिला का नाम यहां के स्कूल में दर्ज पाया गया तो उसे नोटिस जारी किया गया था। जवाब नहीं मिलने पर वेतन रोक दिया गया।
आनंद प्रकाश, बेसिक शिक्षा अधिकारी, रायबरेली

विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं और आरोप सही पाए गए तो टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हमारी सरकार जब से आई है, डिजिटल डेटाबेस पारदर्शिता के लिए तैयार किया जा रहा है। अगर किसी अधिकारी को शामिल पाया गया तो कार्रवाई होगी।
डॉक्टर सतीश द्विवेदी, बेसिक शिक्षा मंत्री, उप्र

Hindi News / Lucknow / यूपी में एक प्राइमरी टीचर की सैलरी आठ लाख रुपए महीना

ट्रेंडिंग वीडियो