लखनऊ. उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव की दो नाबालिग लड़कियों की मौत का राज सिर्फ इसके पास है। यह सब जानती है कि उन दो नाबालिग लड़कियों की मौत कैसे हुई है। सिर्फ इसको लौट कर आना है। इसका इलाज कानपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। जी यह कोई नहीं यह तीन नाबालिग लड़कियां में से एक है जो इस वक्त वैंटिलेटर पर है। और जीवन की जंग जीतने के लिए संघर्ष कर रही है।
आखिर एक गांव में क्यों डेरा डाले हैं 19 दरोगा और 100 सिपाही, पढ़िए रोंगटे खड़े कर देने वाली बबुरहा गांव की कहानी जिन दो लड़कियों की मौत हो गयी थी उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है। पुलिस ने कहा है-जहरीला पदार्थ खाने से बालिकाओं की मौत हुई है। दलित परिवार की यह लड़कियां अपने जानवरों के लिए खेत से चारा लेने गयीं। जिन दो लड़कियों की मौत हुई है, उसमें से एक की उम्र 13 और दूसरे की 16 साल थी। वहीं तीसरी लड़की 17 साल की है। मृत युवतियां बुआ-भतीजी थीं, 13 वर्षीय लड़की चचेरी बहन थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्नाव घटना को दुर्भाग्यपू्र्ण बताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने डीजीपी को प्रकरण की पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।