बीजेपी के पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर को धमकी एफआईआर दर्ज, जानें किस वजह से मिली धमकी
मऊ से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के विधायक अब्बास अंसारी पर टिप्पणी करने के बाद भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर को एक अज्ञात फोन नंबर से धमकी भरा कॉल आया है। जिसके बाद भाजपा सांसद कुछ भयभीत हो गए।
बीजेपी के पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर को धमकी एफआईआर दर्ज, जानें किस वजह से मिली धमकी
मऊ से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के विधायक अब्बास अंसारी पर टिप्पणी करने के बाद भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर को एक अज्ञात फोन नंबर से धमकी भरा कॉल आया है। जिसके बाद भाजपा सांसद कुछ भयभीत हो गए। दरअसल, पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर ने अब्बास अंसारी को लेकर बयान दिया था कि मऊ विधायक ने एसबीएसपी प्रमुख ओपी राजभर के घर पर शरण ली हुई है। शिकायतकर्ता को धमकी का फोन तब आया जब वह गोमती नगर के विराम खंड इलाके में अपने आवास पर आने वाले लोगों से बात कर रहे थे। पुलिस इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए आपराधिक धमकी के आरोप में अज्ञात शख्स पर एफआईआर दर्ज कर ली है।
अज्ञात शख्स पर एफआईआर दर्ज पूर्व सांसद हरि नारायण राजभर का आरोप है कि, रविवार शाम को उनके पास एक फोन आया। जिसमें फोन करने वाले ने उनसे पूछा कि उन्होंने अब्बास अंसारी के बारे में अपमानजनक बयान क्यों दिया। साथ ही भविष्य में गंभीर परिणाम के लिए तैयार रहने की धमकी दी। पुलिस उपायुक्त डीसीपी प्राची सिंह ने कहा कि, हरि नारायण राजभर की शिकायत के आधार पर अज्ञात शख्स पर आपराधिक धमकी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, हम फोन करने वाले का पता लगा रहे हैं।
यह भी पढ़ें –पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर का बड़ा बयान, कहा ओमप्रकाश राजभर के घर में छिपा है अब्बास अंसारी, सुरक्षा वापस ले सरकारपूर्व सांसद का बयान जो बना मुसीबत भाजपा के पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर ने शुक्रवार यानि की 2 सितम्बर को सुभासपा मुखिया ओमप्रकाश राजभर पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि जिस अब्बास अंसारी को कई प्रांतों की पुलिस ढ़ूढ़ रही है उसे ओमप्रकाश राजभर ने छिपाया है। हो सकता है कि वह ओमप्रकाश राजभर के घर में ही हो। साथ ही उन्होंने ओमप्रकाश राजभर को वाई श्रेणी सुरक्षा देने पर भी सवाल उठाया। कहा कि जो खुलेआम मंच से मुख्तार अंसारी जैसे माफिया का संरक्षण करता हो उसे सुरक्षा की नहीं बल्कि जेल भेजने की जरूरत है। सरकार को सुरक्षा वापस लेनी चाहिए।