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लखनऊ

LDA Bulldozer: बुलडोजर चलाओ या लाठियां, नहीं तोड़ने देंगे अपना आशियाना

LDA Bulldozer: लखनऊ के पंतनगर में अपने मकानों को बचाने के लिए लोग विरोध पर उतर आए हैं। मकानों पर रजिस्ट्री के पेपर चस्पा कर शासन और प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं। उनका कहना है कि 25 साल से वैध जमीन अब अचानक अवैध कैसे हो गई।

लखनऊJul 14, 2024 / 06:04 pm

Ritesh Singh

LDA Bulldozer

LDA Bulldozer

LDA Bulldozer 2024: लखनऊ के पंतनगर में लोग अपने मकानों को बचाने के लिए विरोध कर रहे हैं। उन्होंने अपने-अपने घरों पर रजिस्ट्री के पेपर चस्पा कर दिए हैं, जिससे शासन और प्रशासन को दिखाया जा सके कि यह जमीन 25 साल से वैध है। उनका सवाल है कि अब यह अचानक अवैध कैसे हो गई।
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ककरैल को नाला या नदी

पंतनगर के निवासियों का कहना है कि प्रशासन ककरैल को नदी बनाने में जुटा है। खसरा, खतौनी और सभी दस्तावेजों में ककरैल को नाले के रूप में दर्ज किया गया है। अब इसे नदी बताकर उनके घरों को अवैध कब्जे का आरोप लगाकर गिराने की कोशिश की जा रही है। स्थानीय निवासी सीमा पांडेय, रेखा शर्मा, कीर्ति शर्मा, रमैया, पूनम मिश्रा, रित सिंह समेत कई लोगों ने अपने घरों के सामने रजिस्ट्री के कागज चस्पा कर विरोध जताया है।
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एलडीए का थ्रीडी नक्शा

लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने मकानों को चिन्हित करने के लिए थ्रीडी नक्शा बनाने का फैसला किया है। इसके लिए सिंचाई विभाग से नक्शा मांगा गया है। खर्रमनगर, अबरार नगर, रहीम नगर, पंत नगर और इंद्रप्रस्थ नगर में मकानों को थ्रीडी नक्शा से चिन्हित किया जाएगा।
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सर्वे में पारदर्शिता की मांग

सिंचाई विभाग ने ककरैल किनारे जिन पांच मोहल्लों का सर्वे किया है, वहां के लोग आरोप लगा रहे हैं कि माप सही तरीके से नहीं की गई। नियमों का पालन नहीं हुआ, जिससे उनके घरों को गिराने की साजिश हो रही है। लोगों के इन आरोपों को देखते हुए एलडीए ने थ्रीडी नक्शा से मकानों को चिन्हित करने का फैसला किया है। इससे 50 मीटर के दायरे में आने वाले मकान साफ दिखाई देंगे और उन्हें चिन्हित किया जाएगा।
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नाप जोख में पारदर्शिता

थ्रीडी नक्शा से मकानों को चिन्हित करने से आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगेंगे और सर्वे में पारदर्शिता बनी रहेगी। मौके पर नाप जोख की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे विरोध की संभावना कम होगी।

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