सोशल मीडिया पर आफवाहों का बाजार गर्म तेंदुए को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरह की अफवाह फैल रही हैं। लेकिन हम आपको सही और सटीक जानकारी बताने जा रहे हैं। बताते चलें अभी तक तेंदुआ न तो पकड़ा गया है और न ही उसकी मृत्यु हुई है। हालांकि सोमवार देर शाम वन विभाग की टीम ने प्रेस नोट जारी कर या जानकारी दी है कि 36 घंटे से भी अधिक समय सें तेंदुआ राजधानी लखनऊ की सड़कों पर नहीं दिखा है। वन विभाग की ये बात झूठ साबित हुई थी। मंगलवार को शाम रामराम बैंक चौराहा में लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने तेंदुए को देखा है। मीडिया से बातचीत में एक महिला ने बताया कि वह अपनी झोपड़ी में बर्तन साफ कर रही थी तभी उसने देखा कि तेंदआ दीवार फांद के उसके घर के पास आने का दावा किया था। जिसके बाद उसने शोर मचाया जिससे लोग इकट्ठा हुए और तेंदुआ भीड़ देख के भाग गया।
इन इलाकों में देखा गया तेंदुआ इससे पहले तेंदुए को इंदिरानगर, सेक्टर 4 विकास नगर, छोटा भरवारा चिनहट. आधार खेड़ा एवं तकरोही लखनऊ, जानकीपुरम, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में देखा गया था। जहां पर वन विभाग की टीम पहुंची लेकिन तेंदुए को पकड़ने में नाकामयाब रही। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ से 5 किलोमीटर की दूरी पर जंगल है ऐसे में नदी का किनारा पाकर कई बार जंगली जानवर शहर में आ जाते हैं। जिस तरह से जंगली जानवर शहर आते हैं कई बार वैसे ही वापस भी लौट जाते हैं 36 घंटे से अधिक समय से तेंदुआ राजधानी लखनऊ की सड़कों में नहीं दिखा है। ऐसे में यह संभावना है कि तेंदुआ वापस जंगल लौट गया हो लेकिन अभी जनता को सतर्क रहने की जरूरत है।
जारी किए नंबर वन विभाग की ओर से क्षेत्रीय वन अधिकारी कुकरैल व क्षेत्रीय वन अधिकारी शहरी के फोन नंबर 7839434285 व 7839434282 सार्वजनिक किए गए हैं। वन विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी करते हुए कहा गया है कि अगर आपको कहीं पर तेंदुआ दिखाए दे तो इस नंबर पर तत्काल सूचना दें। साथ ही यह भी सलाह दी गई है कि पालतू जानवरों को सुरक्षित स्थान पर रखें, घर से बाहर समूह में निकले व अपने साथ एक टॉर्च रखें, शाम के समय में अनावश्यक घर से बाहर न निकले, रात्रि में मशाल जलाकर रखें, बच्चों को अकेले घर से बाहर न जाने दें, घर के प्रवेश द्वार को बंद रखें तेंदुआ देखे जाने पर उससे छेड़छाड़ न करें।
शनिवार रात से तेंदुआ राजधानी लखनऊ की सड़कों पर देखा जा रहा है। इस दौरान कई वीडियो में उसे कैप्चर भी किया गया। अब तक तेंदुआ 15 लोगों को घायल कर चुका है जिनमें एक पुलिस कर्मचारी भी है। दो बार वन विभाग की टीम व तेंदुए का आमना सामना भी हुआ लेकिन तेंदुए को पकड़ने में वन विभाग की टीम नाकामयाब रही।