ये भी पढ़ें- कानपुरः जिस जेसीबी ने पुलिस को था घेरा, उसी से विकास के किले को ढहाया, देखते रहे पिता, फिर पुलिस ने लिया हिरासत में मामले में जब उनसे पत्रकारों द्वारा सवाल किए गए तब वह नजरें चुराते और सवालों में बचते दिखे। एक पत्रकार ने उनसे जब पूछा कि वह अपने बचाव में वह क्या कहना चाहते हैं, इस पर वह बोले कि मैं अधिकारियों को अवगत करा दूंगा। अपने ट्रांफसर को लेकर उन्होंने कहा कि वह आप अधिकारियों से पता कर सकते हैं। वहीं सूत्रों की मानें, तो हिस्ट्रीशीटर की कॉल डीटेल खंगालने पर विकास के कई पुलिस कर्मियों से संपर्क होने की बात सामने आई है।
थाना प्रभारी को हो सकती है जेल-
मामले में किसी शख्स की मुखबिरी की बात सामने आने के बाद आईजी मोहित अग्रवाल का कहना है कि थाना प्रभारी को निलंबित किया गया। और अगर जांच में वह मामले में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ मामला भी दर्ज होगा, उसे जेल भी होगी। पुष्पराज सिंह को चौबेपुर थाने का चार्ज दिया गया है।
एसटीएफ ने अन्य पुलिकर्मियों से भी पूछताछ की है। वहीं विकास दुबे की कॉल डीटेल खंगालने पर मालूम हुआ कि कुछ पुलिसकर्मियों ने नाम बदलकर उससे बातचीत की है।