लार्सन एंड टूब्रो कंपनी बनाएगी राम मंदिर नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनबीसीसी) की देखरेख में लार्सन एंड टूब्रो कंपनी मंदिर निर्माण का काम करेगी। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की भवन निर्माण एवं प्रशासनिक इकाई के चेयरमैन और पूर्व आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्र ने खुद इस बात पर मुहर लगाई। इसके अलावा देश की दूसरी एजेंसियां भी मंदिर निर्माण काम करना चाहती हैं। इसलिए तकनीकी विशेषज्ञों की ओर से पूरे परिसर का मास्टर प्लान तैयार करने के बाद विभिन्न एजेंसियों के बीच बोर्ड ऑफ ट्रस्ट कार्य का विभाजन करेगा। सूत्रों के मुताबिक लार्सन एंड टूब्रो कंपनी मंदिर निर्माण के लिए तकनीकी और निर्माण संबंधी पूरा सहयोग करने की इच्छा रखती है, लेकिन वह निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट (ठेका) नहीं लेगी।
क्या-क्या तय हुआ – गर्भ ग्रह की मिट्टी की ताकत जांचने के लिए 50 फीट नीचे तक मिट्टी की जांच कराई जाएगी।
– भूमि पूजन के लिए सभी समुद्रों और देश की सभी पवित्र नदियों का जल लाने पर भी विचार।
– संपूर्ण देश के प्रतिनिधित्व के प्रतीक के तौर पर प्रत्येक प्रांत से कम से कम एक शिला लाए जाने की भी बात हुई।
– संपूर्ण भूमि का सर्वे कराया जाए। चर्चा में यह भी कहा गया कि पूरा देश पूजन कार्यक्रम देख सके, इसकी भी तकनीकी व्यवस्था होनी चाहिए।
अशोक सिंघल ने किया था संपर्क जब मंदिर निर्माण की बात 90 के दशक में चल रही थी। तब अशोक सिंघल ने इस लार्सन एंड टूब्रो कंपनी से संपर्क साधा था, लेकिन कानूनी विवादों की वजह से हुई बात आगे नहीं बढ़ी थी। अब कानूनी अड़चन दूर होने पर कंपनी राम मंदिर का निर्माण करेगी।
मुंबई में मुख्यालय लार्सन एंड टूब्रो कंपनी भारत की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है। यह विश्व के अनेक देशों में कार्यरत है। इसके कार्यालय पूरे विश्व में हैं। कंपनी के चार मुख्य व्यापारिक क्षेत्र हैं। प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी, निर्माण और उत्पादन। कंपनी की 25 देशों में 60 से अधिक इकाइयां हैं। मुख्यालय मुंबई में है।