मोबाइल एप पर भरें जाएंगे आंकड़े
यूपी की योगी सरकार ने इस बार मोबाइल एप (Mobile App) के माध्यम से गणनाकार को गणना करने में सुगमता मिलेगी और इसके साथ ही डेटा इंट्री करने में लगने वाले समय की बचत भी होगी। इससे प्रक्रिया से लोगों को जनगणना की पूरी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से मिल सकेगी।
जनगणना निदेशालय से मिली सूचना के अनुसार इस बार जनगणना दो चरणों में पूरी करवाई जाएगी। गनगणना पहले चरण में साल 2020 में अप्रैल माह से लेकर सितम्बर माह तक चलेगी और इस चरण में मकानों की सूचीकरण का भी कार्य किया जाएगा और जनगणना दूसरे चरण में 9 फरवरी 2021 से 28 फरवरी के बीच होगी। जब वास्तविक जनगणना की जाएगी तब 1 मार्च से 5 मार्च 2021 के बीच रिवीजनल राउन्ड होगा।
जनगणना शुरू होने से पहले होगा प्री-टेस्ट
साल 2020 के अप्रैल माह में जनगणना का पहला चरण शुरू होने से पहले पूरे देश में जनगणना अभियान का एक पूर्वाभ्यास यानी प्री टेस्ट होगा। उत्तर प्रदेश में इस प्री-टेस्ट के लिए तीन जगह चुनी गई हैं शहरी इलाकों के लिए लखनऊ नगर निगम और ग्रामीण इलाकों के लिए बुंदेलखंड में चरखारी और हाथरस में सासनी। इस प्रीटेस्ट में जनगणना महानिदेशालय द्वारा तैयार किए गए मोबाइल एप पर आंकड़े संकलित करने का अभ्यास गणनाकारों को करवाया जाएगा।
बता दें कि 2011 की जनगणना में सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना भी करवाई गई थी मगर उसके आंकड़े आज तक जारी नहीं किए गए। 2011 की जनगणना में ही प्रवास संबंधी आंकड़े के भी संकेत किए गए थे। आंकड़ों से यह पता चलेगा कि देश में और उत्तर प्रदेश में किस जगह पर कौन सा व्यक्ति जन्म से रह रहा है। जन्म के बाद उसने अगर कहीं और प्रवास किया है तो उसकी अवधि क्या रही और उसका अंतिम यानी अद्यतन प्रवास कहां पर है और कितने दिनों का है प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके आंकड़े तैयार है और कभी भी जारी किए जा सकते हैं।