02 अगस्त- सावन का दूसरा सोमवार सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को पड़ा था। 02 अगस्त को सावन का दूसरा सोमवार मनाया जाएगा। इस दिन शिव भक्त भगवान शिव की मंदिरों में पूजा अर्चना करेंगे।
04 अगस्त- कामिका एकादशी इस साल 04 अगस्त बुधवार को कामिका एकादशी व्रत रखा जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है।
06 अगस्त- मासिक शिवरात्रि सावन माह की मासिक शिवरात्रि 06 अगस्त को पड़ेगी। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। 08 अगस्त-हरियाली अमावस्या
हरियाली अमावस्या 08 अगस्त रविवार के दिन है। धार्मिक मान्यता है कि अमावस्या तिथि पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए कर्मकांड किया जाता है। हरियाली अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान किया जाता है।
09 अगस्त- सावन का तीसरा सोमवार 02 अगस्त के बाद 09 अगस्त को सावन का तीसरा सोमवार पड़ेगा। इस दिन भी भगवान शिव की अराधना की जाएगी। 11 अगस्त- हरियाली तीज हरियाली तीज का उत्सव श्रावण मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता है। सुहागन स्त्रियों के लिए यह व्रत काफी मायने रखता है। आस्था, उमंग, सौंदर्य और प्रेम का यह उत्सव शिव-पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। चारों तरफ हरियाली होने के कारण इसे हरियाली तीज कहते हैं। हरियाली तीज का व्रत सुहागिन औरतें पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं।
13 अगस्त- नाग पंचमी सावन के शुल्क पक्ष की पंचम तिथि को नाग पंचमी मनाया जाता है। इस दिन भक्त नाग देवती की पूजा करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि नाग देवता माता लक्ष्मी की रक्षा करते हैं। नाग पंचमी के दिन विशेष रूप से नागों को दूध अर्पित किया जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दिन विशेष रूप से 12 नागों की पूजा की जाती है।
15 अगस्त- स्वतंत्रता दिवस हर साल की तरह इस साल भी पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस की धूम होगी। इस साल भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। 16 अगस्त- सावन का चौथा सोमवार
16 अगस्त को सावन का चौथा सोमवार पड़ेगा। हर सावन सोमवार की तरह भक्त मंदिर में भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं और सुख समृद्धि की कामना करते हैं। 18 अगस्त- श्रावण पुत्रदा एकादशी
संतान सुख की चाहत रखने वाले श्रावण पुत्रदा एकादशी का व्रत रखते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को श्रावण पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। संतान सुख के लिए रखा जाने वाला यह व्रत भगवान विष्णु जी के लिए रखा जाता है।
22 अगस्त- रक्षाबंधन सावन मास का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है रक्षाबंधन जो कि सावन की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस साल 22 अगस्त 2021 श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन मनाया जाएगा। बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई बहन को रक्षा का वचन देते हैं। बहन भाई की लंबी उम्र और सुख शांति समृद्धि के लिए प्रार्थना करती है।
25 अगस्त- कजरी तीज शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए कजरी तीज का व्रत रखती हैं। कजरी तीज भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं।
30 अगस्त- जन्माष्टमी धार्मिक ग्रंथों के अनुसार श्रीकृष्ण का जन्म का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि के समय हुआ था। इस दिन भक्त पूरे दिन व्रत करते हैं और मध्य रात्रि को भगवान कृष्ण के जन्म के बाद प्रसाद ग्रहण कर अपना व्रत तोड़ते हैं। इस बार यह दिन 30 अगस्त 2021 को पड़ रहा है।