ये भी पढ़ें- हाथरसः पीड़िता परिवार से मिले राहुल-प्रियंका, कहा- इस संकट की घड़ी में कांग्रेस आपके साथ हाथरस जिले के बुलगढ़ी गांव में तनावपूर्ण स्थिति है, जिसके चलते भारी पुलिस बल तैनात है। रविवार को सपा और आरएलडी के कार्यकर्ताओं का जब हुजूम गांव पहुंचा तो पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने शुरुआत में कार्यकर्ताओं को रोका। न मानने पर उनपर लाठीचार्ज करना पड़ गया। वहीं एक बार फिर एसआईटी की टीम पीड़ित परिवार से मिली और पिता का बयान दर्ज किया। जाते वक्त टीम ने कहा कि जरूरत पड़ी तो वे दोबारा आएंगे।
ये भी पढ़ें- हाथरस केसः सीएम योगी ने पीड़ित परिवार की मानी बात, मामले की होगी सीबीआई जांच चार घंटे हुई पूछताछ-एसआईटी की टीम रविवार सुबह से ही बुलगढ़ी गांव में डेरा जमाए हुई थी। परिवार से पूछताछ के दौरान वहां किसी को एंट्री नहीं दी गई। करीब चार घंटे तीन सदस्यीय टीम ने परिवार से मुलाकात की। गृह सचिव भगवान स्वरूप व डीआइजी चंद्र प्रकाश की अगुवाई में टीम के सदस्यों ने मृतका के स्वजन से बातचीत की। चार घंटे तक चली इस पड़ताल के बाद टीम वापिस लौट गई। एसआईटी के अधिकारियों ने पीड़ित परिवार का पक्ष जाना और पीड़िता के पिता का बयान दर्ज किया। अधिकारियों ने कहा कि जांच जारी है। जरूरत पड़ने पर फिर गांव आएंगे।
लखनऊ में सीएम की बर्खास्तगी की मांग के लगे पोस्टर वहीं लखनऊ में सीएम योगी को बर्खास्त करने की मांग को लेकर जगह-जगह पोस्टर दिखे। साथ ही बेटी को पिस्टल, कटार और तलवार से लैस दिखाया गया है। पोस्टरों के माध्यम से बेटियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए हैं। इसमें नारा दिया गया है कि बेटियों की कमर पर अब करधन नहीं पिस्टल, कटार और तलवार की जरूरत। हजरतगंज सहित तमाम जगहों पर दीवारों पर पोस्टर चस्पा कर विरोध प्रदर्शन किया गया है।