गौरतलब है कि अभी तक शिक्षक स्कूल देर से पहुंचे या न पहुंचे लेकिन पोर्टल से मैनेज कर लेते थे। कई बार ऐसी लापरवाही मिली की शिक्षक स्कूल में नहीं होते थे, जब अधिकारी पहुंचते थे छुट्टी डाल देते थे। इसलिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने एनआईसी को पत्र भेजा है। अवकाश, उपस्थिति से जुड़े कई अन्य सुधार के प्रावधान शुरू करने को कहा है। अब स्कूल टाइम के बीच में शिक्षक छुट्टी नहीं ले पाएंगे।
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मेडिकल बीमा में इलाज की दरें घटाईं, मरीजों की भर्ती पर आफत, जानिए क्या होगा फायदा-नुकसान अगर सुबह स्कूल खुलने से पहले छुट्टी का आवेदन किया तब तो छुट्टी मिल जाएगी। लेकिन कहीं स्कूल खुलने के समय के बाद छुट्टी के लिए अप्लाई किया तो नहीं मिलेगी। आकस्मिक अवकाश आवेदन जुलाई से सितंबर माह तक सुबह 8 बजे के बाद व अक्तूबर से 20 मई तक सुबह 9 बजे के बाद नहीं हो सकेगा। इसके साथ ही सुबह 5 से 9 बजे के बीच अवकाश स्वीकृति भी हो सकेगी।
अब छुट्टी लेना ही मुश्किल नहीं बल्कि कैंसिल कराने का तरीका भी बदल गया। छुट्टी कैंसिल कराने पर उसका कारण लिखने की भी व्यवस्था होगी। साथ ही स्वीकृत व फारवर्ड प्रकरणों के संलग्नकों को भविष्य में देखने योग्य भी बनाया जा रहा है। इससे पता चल सकेगा कि अवकाश लेने वाले ने पूर्व में किस चिकित्सकीय प्रमाण पत्र या कारण को प्रदर्शित कर अवकाश लिया था।
अब पोर्टल पर ऐसी व्यवस्था होगी कि स्कूल के सभी शिक्षकों की जानकारी रखेगा। पोर्टल में ये दिखेगा कि स्कूल में कितने शिक्षक है और कितने छुट्टी पर। एक साथ कई शिक्षकों को छुट्टी नहीं मिल पाएगी।