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योजना के मुख्य बिंदु: पात्रता, सुविधाएं और अनुदान
प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के तहत निम्नलिखित बिंदुओं पर फोकस किया गया है:पात्रता और चयन प्रक्रिया
इस योजना के तहत दुर्बल आय वर्ग (EWS), निम्न आय वर्ग (LIG), और मध्यम आय वर्ग (MIG) के परिवार लाभ उठा सकेंगे।पात्रता के लिए वार्षिक आय सीमा 3 लाख से 9 लाख रुपये तक रखी गई है।
आर्थिक सहायता
बीएलसी योजना: 1.50 लाख रुपये की केंद्रीय सहायता और 1 लाख रुपये की राज्य सहायता।एएचपी योजना: 2.50 लाख रुपये प्रति आवास सब्सिडी।
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विशेष अनुदान
वरिष्ठ नागरिकों को 30,000 रुपये और विधवा या परित्यकता महिलाओं को 20,000 रुपये का अनुदान।12 माह में आवास पूरा करने पर 10,000 रुपये का प्रोत्साहन।
ब्याज सब्सिडी
EWS और LIG श्रेणी के लाभार्थियों को 25 लाख रुपये तक के ऋण पर 4% ब्याज सब्सिडी।अधिकतम 1.80 लाख रुपये की सब्सिडी पांच वार्षिक किस्तों में।
योजना के चार घटक: कैसे मिलेगा लाभ?
1. लाभार्थी आधारित निर्माण (BLC)यह सहायता 40:40:20 के अनुपात में तीन किस्तों में दी जाएगी। 2. किफायती आवास योजना (AHP) निजी या सार्वजनिक संस्थाओं द्वारा किफायती आवास निर्माण।
प्रत्येक आवास पर 2.50 लाख रुपये सब्सिडी।
बुनियादी और सामाजिक ढांचे के साथ पुनर्विकास। 4. अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग (ARH) शहरी प्रवासियों, श्रमिकों, महिलाओं और छात्रों के लिए किफायती किराये के आवास।
केंद्र और राज्य सरकार से 60:40 के अनुपात में सब्सिडी।
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योजना की प्रमुख शर्तें और प्रक्रिया
- महिला सशक्तिकरण पर जोर: आवास परिवार की महिला मुखिया के नाम पर होगा।
वैकल्पिक स्थिति में पति-पत्नी के संयुक्त नाम पर होगा। - लॉक-इन अवधि: आवास के निर्माण के बाद पांच वर्षों तक लाभार्थी इसे बेच नहीं सकेंगे।
- नवीन निर्माण तकनीक: नवीन तकनीकों का उपयोग करने पर अतिरिक्त प्रोत्साहन।
- स्थानीय निकाय की भागीदारी: जिला स्तर पर चयन कमेटी का गठन।
- अवधि और उद्देश्य: सभी परियोजनाओं को 18-24 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य।
योजना का उद्देश्य शहरी गरीबों और मध्यवर्गीय परिवारों को किफायती आवास उपलब्ध कराना है।