दुनिया में भले ही सोना-चांदी में तेजी हो लेकिन अनलॉक के बाद से मेरठ की मंडी में मंदड़िए हावी हैं। मेरठ बुलियन एसोसिएशन के डॉ. संजीव अग्रवाल का कहते हैं कि व्यापारियों को उम्मीद है कि सोने का दाम दिवाली तक 50 हजार तक पहुंच सकते हैं। चांदी की का रेट 90 हजार रुपए तक जा सकता है। तब शायद कुछ मंदी दूर हो। फिलहाल तो सन्नाटा ही है। डॉ. संजीव के मुताबिक सोने में दिवाली तक नरमी बने रहने के आसार हैं। ग्राहकों के लिए यह समय सोने में निवेश का सबसे बेहतर है। निवेश का कम से कम 25 प्रतिशत गोल्ड में लगाना चाहिए।
डॉ. संजीव कहते हैं सुनारों को करवाचौथ, धनतेरस और दीपावली का इंतजार है। इसके आसपास सराफा बाजार की रौनक लौटेगी। इसके लिए सराफा बाजार ने खासी तैयारियां कर रखी हैं। सोने की खरीदारी पर कहीं सोने की तौल के बराबर चांदी मुफ्त का ऑफर आने वाला है तो कहीं मेकिंग चार्जेज नहीं लिए जाएंगे। मंदी को देखते हुए मार्केट में लाइट वेट ज्वैलरी के साथ फैशनेबल आइटम भी उतारे जाने की तैयारी है। अक्टूबर के अंत तक सहालग शुरू होगा। तभी सीजन की सबसे बड़ी छूट और उपहार भी दिए जाएंगे। सराफा कारोबारी सतेंद्र भोला बताते हैं कि भले ही सोने के रेट बढ़े हैं, लेकिन डिमांड में यह कमी सहालग में दूर हो जाएगी।
मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल कहते हैं कि मंदी का दौर उबरेगा और मेरठ का कल सुनहरा होगा। यहां के व्यवसायी इसकी तैयारियां कर रहे हैं।