पिछले पांच दिनों में सोने के भाव में काफी गिरावट आ चुकी है। सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोने का हाजिर भाव करीब 2000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक गिर चुका है और इस दौरान चांदी को 2303 रुपए प्रति किलो की चपत लगी है। अगर सोने के ऑल टाइम हाई रेट से तुलना करें तो गोल्ड 9017 रुपए प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो चुका है। जिसकी कीमत घटकर 46,738 रुपए प्रति 10 ग्राम तक आ गई है। वहीं चांदी पिछले साल के अपने उच्चतम मूल्य से 8585 रुपए तक सस्ती हो चुकी है। सोने में आई गिरावट को देखते हुए लोग ये कयास लगाने शुरू कर दिए हैं कि इसका भाव एक बार फिर 45000 के करीब आएगा, लेकिन विशेषज्ञ इस गिरावट को स्थाई नहीं मान रहे हैं।
सोने में गिरावट की वजह
इस साल फरवरी माह में डॉलर इंडेक्स में तेजी की वजह से सोने की कीमतों में भारी गिरावट आई है। इसके अलावा इक्वटी मार्केट में अनिश्चितता कुछ कम हुई है और मार्जिन बढ़ने की वजह से पिछले दो दिन में ज्यादा गिरावट आई है, लेकिन यह गिरावट अस्थाई है। लॉन्ग टर्म में ज्यादा तेजी आएगी।
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सोने में फिर लौट सकती है तेजी
सोने में कीमतों में तेजी फिर से लौट सकती है। ग्लोबल मार्केट में लोवर इंट्रेस्ट रेट है, ईटीएफ में अभी भी खरीददारी चल रही है। इक्विटी मार्केट में वैल्युएशन हाई है और कोई भी करेक्शन सोने में तेजी लाएगा। सोने में निवेश करना है तो अभी निवेशकों को 46000 से 46500 पर खरीदारी करनी चाहिए। एक दो महीने में इसकी कीमत 50000 प्रति 10 ग्राम से ऊपर जा सकती है। बजट 2021 में सोना और चांदी पर कस्टम ड्यूटी 12.5 फीसदी से घटाकर 7.5 फीसदी करने का प्रस्ताव किया है। जबकि सोना-चांदी के आयात पर 2.5 फीसदी कृषि सेस लगाने का ऐलान भी किया है। इस तरह सोने-चांदी पर लगने वाली एक्साइज डयूटी 12.5 फीसदी से घटकर अब 10 फीसदी रह जाएगी। इस कटौती के बाद सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट का फायदा ग्राहकों को मिलेगा।