कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर ही मिलेगा ईंधन, एयर कनेक्टिविटी का दायरा बढ़ने से यूपी-बिहार के लोगों को सहूलियत
Fuel available to fill aircraft at Kushinagar International Airport- भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में पर्यटन के विकास को पंख लगने वाले हैं। भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड की उड्डयन इकाई ने कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अपने एविएशन स्टेशन का शिलान्यास किया।
Fuel available to fill aircraft at Kushinagar International Airport
पत्रिका न्यूज नेटवर्कलखनऊ. Fuel available to fill aircraft at Kushinagar International Airport. भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में पर्यटन के विकास को पंख लगने वाले हैं। भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड की उड्डयन इकाई ने कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अपने एविएशन स्टेशन का शिलान्यास किया। बीपीसीएल इस परियोजना पर करीब 3.50 करोड़ रुपये खर्च करेगा। यहां नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जल्द ही यहां से उड़ानें शुरू हो जाएंगी। कुशीनगर का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पूर्वांचल का दूसरा, यूपी का तीसरा और देश का 87वां लाइसेंसी इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा।
यूपी-बिहार के लोगों को मिलेगी सहूलियत उत्तर प्रदेश देश का इकलौता राज्य बनने वाला है जहां पर पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित होंगे। इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए यूपी सरकार ने हवाई सेवाओं के चौतरफा गति विस्तार की गति तेज कर दी है। सड़क के साथ ही अब एयर कनेक्टिविटी में प्रदेश का दायरा काफी बढ़ता जा रहा है। कुशीनगर के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए डीजीसीए का लाइसेंस मिल गया है। इन तरह से कुशीनगर यूपी का तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट हो जाएगा। यहां अंतरराष्ट्रीय सुविधा शुरू होने से यूपी के साथ-साथ बिहार के लोगों को फायदा मिलेगा। साथ ही नेपाल, जापान, थाईलैंड, श्रीलंका तमाम देशों से भगवान बुद्ध के दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थियों को भी यह एयर कनेक्टिविटी सहूलियत देगी।
सितंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा स्टेशन बीपीसीएल के मुख्य महाप्रबंधक नार्थ जोन मो गयासुद्दीन और एयरपोर्ट निदेशक एके द्विवेदी ने हिन्दू धर्म के अनुसार वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि-विधान से एविएशन स्टेशन की आधारशिला रखी। यह एविएशन स्टेशन लगभग 900 वर्ग मीटर में सितंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। इस स्टेशन के बन जाने से रनवे पर आने वाली फ्लाइटों के लिए ईंधन की व्यवस्था हो जाएगी। स्टेशन को ईंधन की आपूर्ति कानपुर डिपो से की जाएगी। खपत बढ़ने पर इसे सीधे रिफाइनरी से जोड़ा जाएगा। भविष्य में पाइप लाइन बिछाकर रन-वे पर ही विमानों को सीधे ईंधन की आपूर्ति कर दी जाएगी। इसके लिए प्वाइंट बनाए जाएंगे।
यूपी में दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे गौरतलब है कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में केवल दो ही शहरों में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। एक लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट (अमौसी हवाई अड्डा) और दूसरा वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा वाराणसी (बाबतपुर एयरपोर्ट) है। अभी तक इन दोनों शहरों से ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन किया जाता है। यूपी के अन्य जिलों को भी अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा से जोड़ने का प्रयास किया गया है। जल्द ही सूबे में गौतमबुद्ध नगर और रामनगरी अयोध्या में भी अत्याधुनिक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनकर तैयार होगा।