हर जरूरतमंद को मिले राशन सीएम योगी ने कहा कि जिले में कम से कम तीन स्तर की जांचों के बाद राशन कार्ड निरस्त किए जाए। यदि इसके बाद भी किसी जरूरतमंद का कार्ड निरस्त होता है तो इसके जिम्मेदार अधिकारी होंगे। वहीं, निर्देशित करते देते हुए कहा कि हर जरूरतमंद को मानक के अनुसार दाना-दाना राशन उपलब्ध कराया जाए। कानपुर जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि हर क्षेत्र में एक-एक नोडल अधिकारी की नजर में निरीक्षण चल रहा है।
यह भी पढ़े –
दुनिया की आखिरी रॉल्स रॉयस यूपी में, कंपनी ने लेने के लिए दिया ऑफर, 500 करोड़ विरासत के मालिक… शिकायतों के बाद लिया गया फैसला प्रदेश में लगातार अपात्रों और मनमाने तरीके से बने राशन कार्डों की शिकायत हो रही है। इसको लेकर लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं। जब राशन न लेने वाले लोगों की जांच कराई गई तो प्रदेश के कई जिलों में बड़े पैमाने में राशन कार्ड न लेने वालों की जानकारी मिली है। वह राशन कार्ड का उपयोग अन्य कामों के लिए भी कर सकते हैं। अब राशन कार्ड न लेने वाले कार्डधारकों की जरूरत को भी देखा जाएगा। अगर उनको राशन की जरूरत नहीं है तो उनका कार्ड निरस्त होगा।
यह भी पढ़े –
लाखों की कीमत में बिक रहा ‘गोबर’, अब दक्षिण कोरिया समेत यहां है भारी डिमांड सबसे अधिक हमीरपुर में कार्ड निरस्त उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में सबसे अधिक फर्जी राशन कार्ड प्राप्त किए गए हैं। यहां अब 4200 तक कार्ड मिले हैं। वहीं कानपुर में 2 हजार से अधिक, फतेहपुर में करीब 860 इसी तरह प्रदेश अन्य जिलों के हजारों की संख्या में कार्ड निरस्त किए गए हैं। जिन लोगों के पास जमीन, गाड़ी, एसी, जानवर, आदि मानकों के हिसाब की वस्तुएं है उनके कार्ड निरस्त हो गए हैं।
प्रदेश में इतने हैं कार्ड – 4092358 अन्त्योदय राशन कार्ड – 32081867 पात्र गृहस्थी राशन कार्ड – 36174225 कुल राशन कार्ड में बने यह भी पढ़े –
यूपी में भी सोलर ट्री और शेयरिंग बाइक जैसी मिलेंगी सुविधाएं, 102 शहर बनेंगे मार्डन, देंखे अपना शहर