अजीत सिंह हत्याकांड में लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह की अवैध संपत्तियों का ब्यौरा इकट्ठा कर लिया। वहीं, लखनऊ में 6 फ्लैट, दो फॉर्महाउस, गोमती नगर में लैब सहित प्रदेश के कई जिलों में पेट्रोल पंप, स्टैंड, फॉर्महाउस सहित कई संपत्तियों को चिह्नित किया गया है। पुलिस ने आरोपित के गुडंबा सुल्तानपुर रोड स्थित सूर्या अपार्टमेंट और शारदा अपार्टमेंट समेत अन्य जगहों पर दबिश दी। कमिश्नरेट ने धनंजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए उसके कई ठिकानों पर छापेमारी भी की लेकिन धनंजय पुलिस की पकड़ से दूर रहे।
पुलिस से जान को है खतरा
वहीं पूर्व सांसद के पिता और रारी के पूर्व विधायक राजदेव सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बेटे के सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्होंने आशंका जताई है कि पुलिस की लगातार विधि विरुद्ध कार्रवाई से बेटे की जान खतरे में है। पूर्व विधायक राजदेव सिंह ने शहर के कालीकुत्ती स्थित आवास पर पत्रकारों से कहा कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह को गलत तरीके से मुकदमों में वांछित दिखाकर जनता में छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। उन पर अवैध संपत्ति अर्जित करने की अर्नगल बातें की जा रही हैं।
दरअसल 6 जनवरी की रात कठौता चौराहे पर गत गैंगवार में मऊ मुहम्मदाबाद गोहाना के पूर्व उप ज्येष्ठ प्रमुख अजीत सिंह की हत्या हुई थी। इस मामले में जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को साजिश रचने का आरोपी पाया गया। पुलिस ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल किया। इसके बाद से ही वह फरार चल रहे हैं। अजीत हत्याकांड में शामिल शिवेन्द्र सिंह उर्फ अंकुर, रवि यादव, राजेश तोमर अभी फरार है। इन तीनों पर 50 हजार रुपए इनाम घोषित किया जा चुका है।