देखते ही देखते मौके पर सपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया। मौके पर डीएम, एसपी समेत अन्य अधिकारी पहुंचे। सपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि ईवीएम मशीन को जिस तरह से बिना जांच पड़ताल के मिनी ट्रक के जरिए यहां लाया गया, उसे यह संदेह पैदा होता है कि वोटों की गिनती के दौरान कुछ गड़बड़ी करने का प्रयास किया जा रहा है।
मिनी ट्रक के साथ था एक पुलिसकर्मी
सपा उम्मीदवार बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा, “रात लगभग 10-11 बजे के आसपास मिनी ट्रक बदलापुर की तरफ से आया। यह फिरोजाबाद नंबर की गाड़ी है। इसे बड़ी सावधानी के साथा लगाया गया। पार्टी के साथियों ने गाड़ी को देखा तो उसका पीछा किया। जब गाड़ी रूकी तो पूछा कि ये गाड़ी कहां जा रही है और इसमें क्या है तो कोई जवाब नहीं मिला। एक पुलिसकर्मी भी साथ में था।
गाड़ी छोड़कर भाग गया ड्राइवर
इसके बाद ड्राइवर भाग गया। गाड़ी एक घंटे से ज्यादा समय तक खड़ी रही। फिर लोगों ने देखा और इस पर चर्चा की। थोड़ी देर बाद अधिकारियों से बातचीत हुई। जिलाधिकारी ने पहले इसे मछलीशहर का बताया। बाद में उन्होंने कहा कि इसमें मुंगरा बादशाहपुर की रिजर्व ईवीएम मशीनें हैं।
कलेक्टर ऑफिस की जगह EVM से भरा ट्रक पहुंचा पूर्वांचल विश्वविद्यालय
एक तरफ यह है कि भाजपा हार रही है। मशीनों के बारे में पहले से सभी को शक है। हमें भी शक है, लोगों को भी शक है और पूरे देश के लोगों को भी शक है। किसी को इन लोगों पर भरोसा नही है, ऐसे में इस तरह की घटना घट जाने से और विश्वास नहीं रहा। जिलाधिकारी ने कहा है कि हम लिस्ट दिखा देते हैं। आखिरकार कागजों के मिलान के बाद यह पता चला कि यह ईवीएम रिजर्व रखी गई थीं। गलती से कलेक्टर परिसर के स्थान पर पूर्वांचल विश्वविद्यालय के परिसर में पहुंच गई।
सपा समर्थकों ने किया विरोध
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने कहा कि एआरओ हेड क्वाटर की रिजर्व मशीनें हैं। ट्रक मुंगरा बादशाहपुर से वेयर हाउस के लिए जा रहा था। बाहर जाम था, तो चार्ज में रहे नायाब तहसीलदार ने यहां के नायाब तहसीलदार से बात की और ट्रक यहां खड़ा करा दिया। जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और समर्थकों ने इसका विरोध करते हुए सवाल किए। जिलाधिकारी ने बताया कि इसके पहले ही स्ट्रांग रूम सील किया जा चुका है। जिसके बाद लिस्ट के द्वारा सभी ईवीएम का मिलान करा दिया गया है। लोग संतुष्ट हैं।