आंकड़े चिताजनक कार्यक्रम के दौरान परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने बताया कि राज्य में हो रही सड़क दुर्घटनाओं और मृतकों के आंकड़े चिंताजनक है। आंकड़े के मुताबिक भारत में सड़क दुर्घटना में मरने वाले व्यक्तियों में हर सातवां व्यक्ति उत्तर प्रदेश का होता है। सीएम योगी इस विषय को लेकर गंभीर हैं और समय-समय पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए अभियान शुरू करने के निर्देश देते हैं। रोड एक्सीडेंट्स के आंकड़े देखे जाएं तो साल 2019 की तुलना में 2020 में 19% तक हादसों में कमी आई है।
स्कूटी या बाइक सवार सबसे ज्यादा शिकार परिवहन मंत्री ने कहा कि स्कूटी या बाइक सवार ही सबसे ज्यादा सड़क हादसों का शिकार होते हैं। इनमें भी 18 साल से 35 साल की उम्र वाले नौजवान ही जान खोते हैं। इसे रोकने के लिए स्टूडेंट लाइफ में ही बच्चों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाना जरूरी है। सड़क पर हो रही दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण ड्राइवर की लापरवाही होती है। सीट बेल्ट और हेलमेट का उपयोग न करना जानलेवा हो बन जाता है।