सभी का मानसिक स्तर अलग महिला आयोग अब राजस्थान के भरतपुर में रह रहे आश्रम के संचालक बीएम भारद्वाज के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। आयोग की सदस्य कुमुद श्रीवास्तव ने बताया कि आश्रम में 97 संवासिनियां हैं। सभी का मानसिक स्तर अलग है। कुछ बहुत कम स्तर पर मानसिक मंदित हैं तो कुछ ज्यादा। लेकिन, यहां के कर्मचारी सभी संवासिनियों को समान दवा देते थे, जो कतई ठीक नहीं है।
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राजधानी में दर्जन भर स्ट्रीट डाग्स की मौत, 12 को जहर देकर मारने की आशंका वहीं, आयोग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक आश्रम में मानक से अधिक संवासिनियां हैं। संस्था में एक डॉक्टर और काउंसलर होने चाहिए, पर वह नहीं है। न ही रात में कोई सुरक्षाकर्मी यहां रुकता है। संस्थान की अधीक्षक पिंकी चौरसिया के अनुसार, वह भरतपुर (राजस्थान) की संस्था के डाक्टरों के संपर्क में हैं। वहीं के डाक्टरों की सलाह पर दवाएं संवासिनियों की दी जाती थी। मामले में आश्रम संचालक और स्टाफ की मिलीभगत सामने आई है। नशे की दवा खाने के बाद संवासिनियां सो जाती थीं और खाना भी नहीं खाती थीं, जबकि रोज सबका खाना बनना दिखाया जाता था।
बता दें कि 11 जून को आश्रम में एक संवासिनी की पिटाई से मौत हो चुकी है। संवासिनी की पिटाई आश्रम में सुबह करीब छह बजे हुई थी। आरोप है कि संस्था के संचालक और स्टाफ ने मामले को दबाने की कोशिश की थी। शाम करीब छह बजे अधीक्षिका संवासिनी को लेकर बलरामपुर अस्पताल पहुंचीं। वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। पोस्टमार्टम में संवासिनी की मौत का कारण हेड इंजरी आया था। उसके पूरे शरीर में चोट पाई गई थी।