ऑक्सीजन की शिकायत पर सीएम योगी ने दिखाई सख्ती, कहा लापरवाही पर डीएम और सीएमओ की होगी जवाबदेही
लखनऊ. अस्पतालों में ऑक्सीजन न मिलने की शिकायतें लागातार आ रही हैं। गंभीर मरीजों को समय से इलाज न मिलने व अस्पतालों में भर्ती न किए जाने की शिकायतों को सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) ने गंभीरता से लिया है। सीएम योगी ने कहा है कि अगर किसी भी अस्पताल के बाहर चाहे वह निजी हो या सरकारी, अगर कोई मरीज ऑक्सीजन लगाए मिला तो इसकी जवाबदेही डीएम व सीएमओ की होगी। किसी भी गंभीर मरीज को बेड मिलने में परेशानी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री कार्यालय और मुख्य सचिव कार्यालय इस पर लगातार नजर रखेगा। कहीं भी शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने कहा कि संबंधित क्षेत्र के सेक्टर मजिस्ट्रेट अस्पतालों पर नजर रखेंगे।
शासनादेश के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई सीएम योगी ने कहा है कि कहीं भी शासनादेश का उल्लंघन हुआ तो सीएमओ और संबंधित डीएम पर कार्रवाई होगी। किसी भी तरह की लापरवाही में उकी जवाबदेही बनेगी। उन्होंने कहा कि जरूरत ऑक्सीजन की हो, वेंटिलेटर की हो या जीवनरक्षक दवाओं की, तत्काल उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। बेड आवंटन और डिस्चार्ज पॉलिसी प्रभावी ढंग से लागू कराया।
गौरतलब है कि यूपी के तमाम शहरों के अस्पतालों में लोग अपनों की जान बचाने के लिए बेड, ऑक्सीजन और दवाइयों के इंतजाम के लिए भटक रहे हैं। बीजेपी सांसद कौशल किशोर शर्मा ने भी इससे पहले अस्पतालों में बेड होने के बावजूद समय पर इलाज न मिलने की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की थी। इन घटनाओं की समीक्षा संबंधित सोमवार को मुख्यमंत्री ने टीम-11 के साथ मीटिंग की तो कहा कि यूपी में ऑक्सीजन की कमी नहीं है। ऐसे में कहीं पर भी लापरवाही होती है या ऑक्सीजन न मिलने की शिकायत आती है, तो इसके लिए डीएम व सीएमओ को जवाब देना होगा।