ब्रजेश पाठक ने कहा कि यदि कंपनी दवाओं को समय पर दवा की आपूर्ति नहीं कर पाती है तो उनको ब्लैक लिस्ट किया जाए। अस्पतालों में दवाओं की कमी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
289 में 232 तरह की ही दवाइयां थीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि जब 289 तरह की दवाओं को एसेंशियल ड्रग लिस्ट में शामिल किया गया है तो सिर्फ 232 तरह की दवाओं की आपूर्ति क्यों हो रही हैं?ऐसे में जल्द बाकी 57 तरह की दवाएं खरीदने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए। पाठक ने अधिकारियों से पूछा कि अस्पतालों में टिटनेस का इंजेक्शन, ब्लड प्रेशर समेत दूसरी दवाएं क्यों कम हैं?इसकी वजह कॉरपोरेशन के अफसर नहीं बता पाए।
15 कर्मचारी देर से पहुंचे थे दफ्तर डिप्टी सीएम दोपहर करीब दो बजे मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने वहां पर अधिकारियों की हाजिरी रजिस्टर देखा। सबको बारी-बारी से बुलाया। करीब 15 कर्मचारी या तो देरी से पहुंचे या फिर गायब मिले। इसपर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए कॉरपोरेशन के एमडी जगदीश त्रिपाठी को व्यवस्था सुधारने के साथ ही लेट-लतीफी और गैरहाजिर रहने वाले कर्मचारियों से जवाब-तलब करने के निर्देश दिए।