शादी समारोह से लौटने के बाद मो. सलीम और उनके परिवार वालों ने देखा कि अलमारी खुली हुई थी। तभी उन्हें चोरी का अहसास हुआ और उन्होंने इसकी सूचना कैसरबाग थाने को दी। पुलिस ने संदेह के आधार पर जांच शुरू की और महज 12 घंटे में भांजे मो. शादाब को गिरफ्तार कर लिया।
कैसरबाग पुलिस ने गिरफ्तारी के दौरान शादाब से गहन पूछताछ की, तो वह टूट गया और उसने चोरी की बात कबूल कर ली। पुलिस ने शादाब के पास से लाखों रुपये के गहने और 12 बोर के 120 जिंदा कारतूस बरामद किए। पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया।
कैसरबाग पुलिस की इस सफलता को लेकर क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों ने उनकी सराहना की। पुलिस टीम ने मामले को शीघ्र सुलझाने में अहम भूमिका निभाई। गिरफ्तार किए गए भांजे को न्यायालय में पेश किया गया, जहां उसे जेल भेज दिया गया।
शादी के दौरान हुई चोरी का पर्दाफाश: भांजे का यह कदम बिल्कुल चौंकाने वाला था, क्योंकि एक ओर जहां रिश्तेदार एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं, वहीं भांजे ने अपने मामा की नज़र में विश्वास को तोड़ा। शादी के समय घर में कोई न होने का फायदा उठाकर उसने यह अपराध किया। यह घटना रिश्तों में विश्वास और सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करती है।
पुलिस की तत्परता: कैसरबाग पुलिस ने इस चोरी की वारदात को सुलझाने में कम समय लिया, और महज 12 घंटे में आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस की तत्परता और सक्रियता को लेकर इलाके के लोग खुश हैं। पुलिस ने पूरी घटना की जांच की और सभी साक्ष्य जुटाए, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
भांजे की गिरफ्तारी और जांच: गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मो. शादाब से गहन पूछताछ की और उससे चोरी किए गए गहनों और कारतूस के बारे में जानकारी प्राप्त की। पुलिस ने शादाब के पास से गहनों और जिंदा कारतूस के साथ-साथ स्कूटी भी बरामद की।
न्यायालय में पेशी: आखिरकार पुलिस ने मो. शादाब को आज न्यायालय में पेश किया, जहां उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस की कार्रवाई से यह साबित हुआ कि वे किसी भी मामले में पूरी तत्परता के साथ काम करते हैं।