परिवार ने जारी किया बयान परिवार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि 25 दिनों के संघर्ष के बाद आज 22 जनवरी की सुबह 87 वर्ष की आयु में हम सबके प्रिय डॉ. जगदीश गांधी का स्वर्गवास हो गया। जो लोग डॉ. जगदीश गांधी का अंतिम दर्शन करना चाहते हैं। उनके लिए 23 जनवरी को दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक सीएमएस गोमतीनगर एक्सटेंशन परिसर के ऑडिटोरियम हॉल में डॉ. जगदीश गांधी का पार्थिव शरीर रखा जाएगा। इसके उपरांत उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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वाराणसी के इस स्टेशन से अयोध्या के लिए चलेगी ट्रेन, बुकिंग शुरु, श्रध्दालुओं की राह होगी आसान महात्मा गांधी से प्रभावित रहा डॉ जगदीश का जीवन डॉ जगदीश गांधी एक प्रखर शिक्षाविद माने जाते हैं। एजुकेशन के क्षेत्र में उनका अहम योगदान रहा है। उनका जन्म अलीगढ़ के बरसौली गांव में हुआ था। वह बचपन से ही महात्मा गांधी और राजा महेंद्र प्रताप के जीवन ने काफी प्रभावित थे। उन्होंने अपनी पत्नी सात्विक गांधी के साथ सिटी मॉन्टेसरी स्कूल की शुरुआत की थी। लोग इसको सीएमएस के नाम से जानते है।
मात्र 5 बच्चों के साथ शुरु हुई थी स्कूल जगदीश गांधी ने केवल 5 बच्चों के साथ साल 1959 में सीएमएस स्कूल की शुरुआत की थी। यहां पर कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई होती है। साल 1999 से दुनिया का सबसे बड़े स्कूल का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड सीएमएस के नाम पर ही है। साल 2014 में यूपी सरकार द्वारा किसी नागरिक को दिए जाने वाले सर्वोच्च अवॉर्ड यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।