पुलिस कमिश्नल सुजीत पाण्डेय ने कहा कि सीएए के विरोध में हजरतगंज, कैसरबाग, खदरा और ठाकुरगंज समेत अन्य इलाकों में हिंसात्मक प्रदर्शन हुआ था। उपद्रवियों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। पुलिस चौकी समेत कई सरकारी और निजी वाहनों में आगजनी व तोड़फोड़ की थी। इस दौरान जमकर पथराव भी हुआ था। कुछ की जान भी गई थी तो कई गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बवाल में लोक संपत्ति का भारी नुकसान हुआ था। इस मामले में 12 थानों में कुल 63 मुकदमे दर्ज किए गए थे और 297 के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट लगाई गई है। इनमें से 68 आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट और 28 के खिलाफ गुण्डा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। इसी के साथ सम्बंधित प्रकरण में 43 आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है।
फिर शुरू हो सकता है सीएए आंदोलन लॉकडाउन लागू होने के बाद सीएए और एनआरसी को लेकर हो रहे विरोध को लोगों ने रोक दिया था। लेकिन अब पुलिस को ऐसी जानकारी मिली है कि यह विरोध फिर से शुरू हो सकता है। बीते दिनों सीएए आंदोलन को लेकर आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट करने वाले गोमतीनगर के विरामखंड चार निवासी अफसार अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया गया था। ऐसे कई अन्य एक्टिविस्ट पुलिस के रडार पर हैं।