केंद्र और प्रदेश सरकार पर हमला भाजपा सांसद ने किसी पार्टी और नेता का नाम लिए बिना अपनी ही सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में 67 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे जिंदगी जीने को मजबूर हैं। अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को सम्मान और सुरक्षा क्यों नहीं मिल पा रहा है। पैर छू जाने पर दलित को पीट-पीट कर मार दिया जाता है। हमारे समाज का व्यक्ति घोड़े पर सवार होकर जाए तो उसे मार डाला जाता है। दलित महिलाओं का सम्मान सुरक्षित नहीं हैं। दलित महिलाओं पर उत्पीड़न बढ़ा है।
बाबा साहब की मूर्तियां टूटने पर आक्रोश सावित्री बाई फूले ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं। हमारे महापुरुषों का अपमान किया जा रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। फूले ने कहा कि वे सांसद रहें न रहें, लेकिन बहुजन समाज के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। आज सारे विभाग में आरक्षण की व्यवस्था है। भर्तियां नहीं की जा रही हैं। कहा जा रहा है कि हम संविधान बदलने आये हैं। इसकी समीक्षा करेंगे। आरक्षण खत्म करने की बात कही जा रही है। उनकी इतनी हिम्मत हो गई कि हमें आँख दिखा रहे हैं। यह बर्दाश्त नहीं होगा।
भाजपा के खिलाफ फूटी आवाज मंच पर अपने सम्बोधन में भाजपा सांसद ने हमलावर रुख अपनाते समय भले ही पार्टी या नेता का एक बार भी नाम न लिया हो लेकिन मंच पर वक्ताओं ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। बाबा साहब के नाम परिवर्तन को लेकर भाजपा और यूपी सरकार पर वक्ताओं ने हमला बोलते हुए इसे संविधान बदलने की साजिश बताया। वक्ताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आरक्षण खत्म कर बहुजन समाज के ऊपर मनुवादी व्यवस्था लागू करना चाहती है।
कांशीराम और बसपा की छाप कार्यक्रम स्थल पर बाबा साहब की तस्वीरों के साथ ही कांशीराम की तस्वीरें भी बड़ी संख्या में दिखाई दी। इसके साथ ही मंच पर बौद्ध भिक्षु भी मौजूद दिखें। सारे कार्यक्रम स्थल पर नीले रंग के झंडे, बैनर और पोस्टर दिखे। बहुजन समाज पार्टी की ही तर्ज पर बहुजन सुरक्षा सेना के कार्यकर्ता तैनात दिखाई दिए। इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल पर मानवतावादी क्रांति दल के नाम का एक बैनर दिखा जिस पर भाजपा सांसद की तस्वीर लगी थी और पार्टी को चुनाव आयोग से मान्यता प्राप्त बताया गया। कार्यक्रम के दौरान भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि उनके कार्यक्रम में हिस्सा लेने आ रहे लोगों को रोकने की कोशिश की गयी।