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लखनऊ

‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर यूपी के विपक्षी दल बोले- इसे राजनीतिक ना समझे

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इस समय हरियाणा के करनाल में है। वह इस यात्रा के जरिए देश के लोगों की जोड़ने की बात कर रहे हैं।

लखनऊJan 09, 2023 / 09:49 am

Anand Shukla

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3 जनवरी को कांग्रेस सासंद राहुल गांधी की अगुवाई में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ दोबारा से शुरू हुई। यह यात्रा दिल्ली के लाल किले के समीप यमुना बाजार से शुरू होकर लोनी गोल चक्कर यानी गाजियाबाद पहुंची। दिल्ली- यूपी बॉर्डर पर उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के साथ फ्लैग हेडिंग ओवर सेरेमनी हुई।
राष्ट्रीय ध्वज को राहुल गांधी ने यूपी प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दिया। इसके बाद यह यात्रा दिल्ली के लोनी बॉर्डर से गाजियाबाद में प्रवेश की। 4 जनवरी को यात्रा शामली पहुंची और 5 जनवरी को सुबह बागपत पहुंची और शाम को हरियाणा के सनौली गांव में प्रवेश की।
यूपी में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ खूब सुर्खियां में रही

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जब यूपी में प्रवेश करने वाली थी तब कांग्रेस की तरफ से सभी विपक्षी दलों को न्योता भेजा गया था। सभी विपक्षी दल राहुल गांधी को शुभकामनाएं दी। रालोद को छोड़कर बाकी पार्टियां यात्रा में शामिल नहीं हुई। इस यात्रा में कई नेता, अभिनेता, कॉमेडियन, सिंगर, ब्यूरोक्रेट्स, लेखक और सोशल वर्कर भी शामिल हुए। इस दौरान यह यात्रा काफी सुर्खियों में रही।
जब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ यूपी के बागपत में पहुंची तब रालोद ने प्रदेश अध्यक्ष और कार्यकर्ता इस यात्रा में शामिल हुए। वहीं रालोद अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने इस यात्रा में विदेश दौरे होने का कारण बताकर शामिल नहीं हुए। इसके बाद से कहा जाने लगा कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस और रालोद का गठबंधन हो सकता है।
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बागपत में मेहमानों का स्वागत करने की है परंपरा: अनिल दुबे

समाचार एंजेसी ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए रालोद के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने कहा, ‘हमारे कार्यकर्ताओं ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का स्वागत किया, क्योंकि राहुल गांधी सांप्रदायिक राजनीति के खिलाफ भाईचारे को मजबूत करने के लिए निकले हैं। रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी भी इसी उद्देश्य से पूरे प्रदेश में भाईचारा सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं।
अनिल दुबे ने कहा कि राहुल गांधी के स्वागत के पार्टी के फैसले के कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। राहुल गांधी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत में यात्रा पर थे, जहां चौधरी चरण सिंह के समय से सभी मेहमानों का स्वागत करने की परंपरा रही है। वह एक अच्छे मिशन के लिए आए थे, इसलिए रालोद ने उनका स्वागत किया। हर नेता या कार्यकर्ता, जो ‘भाईचारे’ की बात करता है, जो सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ता है, रालोद उसका स्वागत करेगा।
बीजेपी को हराने के लिए यूपी में सपा का मजबूत गठबंधन

वहीं सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा, “अगले चुनाव में कौन कहां जाएगा, यह एक ऐसा मुद्दा है, जो बहुत बाद में आकार लेगा। अभी चुनाव को लेकर भी कोई सवाल नहीं है। सांप्रदायिकता का मुकाबला करना सपा का एजेंडा है। सभी सांप्रदायिकता विरोधी ताकतों का इस लड़ाई में स्वागत है, लेकिन किसी भी समझौते की बात करना जल्दबाजी होगी। ‘भाजपा को हराने के लिए उत्तर प्रदेश में हमारा पहले से ही समाजवादी पार्टी के साथ मजबूत गठबंधन है और दोनों दल साथ काम कर रहे हैं।
यात्रा में शामिल होना मेरा निजी फैसला: सांसद बसपा सांसद

वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी की बात करें दिल्ली में जौनपुर के बीएसपी सांसद राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए थे। उसके बाद बसपा के सांसद बसपा सांसद श्‍याम सिंह यादव ने कहा था कि उनका इस यात्रा में शामिल होना निजी फैसला था। इसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं। बसपा आलाकमान को करना होगा वह करेगा। फिलहाल बसपा सुप्रीमों मायावती को यात्रा में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया था। उन्होंने राहुल को शुभकामनाएं दी और यात्रा में शामिल नहीं हुई।
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वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी अपने भाषण और प्रेस कांफ्रेस में कहते हैं कि यह यात्रा राजनीतिक नहीं है।’यात्रा का मकसद हाल के दिनों में आम लोगों को हुई गंभीर समस्याओं को दूर करना है और इसलिए अन्य दलों और वर्गों के लोगों को इसमें शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा जा रहा है।

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