24 माह की ईएमआई सुविधा भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन से श्री रामायण यात्रा का सफर करने वाले व्यक्ति ईएमआई के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं। ईएमआई की सुविधा दो माह से लेकर 24 माह तक उपलब्ध है। यही नहीं इसके साथ ही आईआरसीटीसी एक और तोहफा दे रही है। इसमें भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन के उद्घाटन के मौके पर पहली 100 बुकिंग पर 10 फीसदी छूट दी जाएगी। इस छूट से किराए में करीब 6000 रुपए कमी आएगी। मतलब सिर्फ 56000 रुपए करीब किराया चुकाना होगा।
भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन में थर्ड एसी की सुविधा भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन थर्ड एसी है। सफर के साथ, ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर, ठहरना, लोकल ट्रांसपोर्ट और गाइड की भी सुविधा इसमें शामिल है। यह पूरी यात्रा में करीब 8000 किमी का सफर करना होगा।
भारत गौरव पर्यटक ट्रेन का रुट जानें भारत गौरव पर्यटक ट्रेन का पहला ठहराव अयोध्या में होगा। अयोध्या में पर्यटक श्री राम जन्मभूमि मंदिर और हनुमान मंदिर के दर्शन करेंगे। और फिर भरत के नंदीग्राम स्थित मंदिर के दर्शन करेंगे। अयोध्या के बाद ट्रेन बिहार के बक्सर में रुकेगी। फिर सीताजी की जन्मस्थली सीतामढ़ी जाएगी।यहां से यात्री सड़क मार्ग से नेपाल के जनकपुर जाएंगे। वहां होटलों में रात्रि विश्राम करेंगे और प्रसिद्ध राम-जानकी मंदिर के दर्शन करेंगे। सीतामढ़ी के बाद ट्रेन वाराणसी जाएगी। इसके अलावा ट्रेन नासिक, किष्किंधा (हंपी) और रामेश्वरम आदि स्थानों पर भी जाएगी।
इन शहरों का सफर कराएगी ट्रेन ट्रेन 12 प्रमुख शहरों से होकर गुजरेगी, जो भगवान श्रीराम से संबंधित हैं, यहां पर यात्री इन धार्मिक स्थानों के दर्शन कर सकेंगे. इनमें अयोध्या, बक्सर, जनकपुर, सीतामढ़ी, काशी, प्रयाग, चित्रकूट, नासिक, हम्पी, रामेश्वरम, कांचीपुरम और भद्रांचल शामिल हैं।
भगवान राम से जुड़े स्थान जानें – अयोध्या- राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी, सरयू घाट, नंदीग्राम, भरत हनुमान मंदिर और भरत कुंड – जनकपुर (नेपाल)- रामजानकी मंदिर – सीतामढ़ी- जानकी मंदिर और पुराना धाम
– बक्सर- राम रेखा घाट, रामेश्वरनाथ मंदिर – वाराणसी- तुलसी मानस मंदिर, संकट मोचन मंदिर, विश्वनाथ मंदिर और गंगा आरती – प्रयागराज- सीता समाहित स्थल, सीतामढ़ी, भारद्वाज आश्रम, गंगा-यमुना संगम और हनुमान मंदिर
– श्रृंगवेरपुर- श्रिंगी ऋषि आश्रम, शांता देवी मंदिर, रामचौरा – चित्रकूट-गुप्त गोदावरी, रामघाट, सती अनुसुइया मंदिर – नाशिक-त्रंंबकेश्वर श्वर मंदिर , पंचवटी, सीता गुफा, कालाराम मंदिर – हंपी- अंजानाद्री पहाड़ी, विरुपक्षा मंदिर और विट्ठल मंदिर।