अयोध्या में ढांचागत सुविधाएं विकसित करना जरूरी अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। दिसंबर 2023 तक रामलला का मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। मंदिर में जनवरी 2024 ;मकर संक्राति तक भगवान राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने की संभावना है। तो रामलला का मंदिर का निर्माण पूरा होने पर यहां पूरे संसार से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि होना तय है। इसलिए अयोध्या में ढांचागत सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। इस बड़ी वजह से लखनऊ अयोध्या गोरखपुर हाईवे को छह लेन तक चौड़ा करने की योजना बना ली गई है।
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– राम मंदिर को लेकर बड़ा खुलासा, सागौन से बनेंगे राम मंदिर के दरवाजे, जानें मंदिर में होंगे कुल कितने दरवाजे 40 स्थान चिह्नित जहां बनेंगे फ्लाईओवर इस हाईवे को चौड़ा करने में कुछ दिक्कतें आ सकती है। उनमें से एक है लखनऊ से अयोध्या के बीच हाईवे से सटे गांव और कस्बे। तो इसका उपाय यह निकाला गया है कि, जहां सड़क को चौड़ा करने के लिए भूमि उपलब्ध नहीं होगी, वहां फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। लखनऊ से गोरखपुर तक हाईवे की लंबाई 269 किमी है। पूरे हाईवे पर 40 ऐसे स्थान चिह्नित किए गए हैं, जहां फ्लाईओवर बनाए जाएंगे।
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– ज्ञानवापी मामले में मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज, जज ने कहा. श्रृंगार गौरी मामला सुनने योग्य मंत्रालय से सैद्धांतिक मंजूरी एनएचएआई सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। शीघ्र ही डीपीआर विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। लागत और अन्य विशिष्टियों का आकलन होने के बाद टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे।