तीन वर्षों में बड़ी कार्रवाई: 20,000 किलो से अधिक मादक पदार्थ जब्त
पिछले तीन सालों में एएनटीएफ ने नशे के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। 2022 से लेकर 2024 तक कुल 187 अभियोग दर्ज किए गए और 469 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इन तीन वर्षों के दौरान एएनटीएफ ने कुल 20,384.91 किलो मादक पदार्थ जब्त किया, जिसकी कुल कीमत 175 करोड़ 49 लाख 27 हजार 500 रुपए है। जब्त किए गए मादक पदार्थों में मार्फिन, हेरोइन (स्मैक), चरस, अफीम, डोडा (पोस्ता तृण), गांजा और मेफेड्रान जैसे नशीले पदार्थ शामिल थे।
2024 में अब तक की गई कार्रवाई
2024 में एएनटीएफ की अब तक की कार्रवाई ने इस अभियान को और गति दी है। इस वर्ष 91 अभियोग दर्ज किए गए और 190 गिरफ्तारियां हुईं। वर्ष 2024 में अब तक जब्त किए गए मादक पदार्थों की कुल मात्रा 9,988.86 किलो रही, जिनकी कीमत 98 करोड़ 49 लाख 52 हजार रुपए आंकी गई है। इस वर्ष के आंकड़ों के अनुसार, 1.78 किलो मार्फिन, 13.93 किलो हेरोइन, 23.85 किलो चरस, 61.88 किलो अफीम, 3414.98 किलो डोडा (पोस्ता तृण), 6467.01 किलो गांजा और 3.44 किलो मेफेड्रान को बरामद किया गया है। नशे के सौदागरों पर शिकंजा: अवैध मादक पदार्थों का कारोबार पर सख्त प्रहार एएनटीएफ के इस व्यापक अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों की बिक्री को रोकना और नशे के सौदागरों को गिरफ्तार करना है। इस अभियान के तहत विभिन्न नशीले पदार्थों के बड़े गिरोहों पर कार्रवाई की जा रही है, जिससे उत्तर प्रदेश को नशा मुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर पूर्ण नियंत्रण की कोशिश
योगी सरकार के तहत उत्तर प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को नियंत्रित करने के लिए एएनटीएफ निरंतर सक्रिय है। एएनटीएफ की यह कार्रवाई राज्य के विभिन्न हिस्सों में की गई, जिसमें नशीली दवाओं और अवैध मादक पदार्थों के उत्पादन, वितरण और उपभोग के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए।
सरकार की प्रतिबद्धता: नशा मुक्त समाज की दिशा में कदम
उत्तर प्रदेश सरकार की यह कार्रवाई केवल अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य नशा मुक्त समाज का निर्माण करना है। एएनटीएफ की सफलता राज्य सरकार की इस प्रतिबद्धता का प्रतीक है कि नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म किया जाएगा और राज्य को नशे के खतरे से मुक्त किया जाएगा। एएनटीएफ द्वारा पिछले तीन सालों में की गई कार्रवाई ने अवैध मादक पदार्थों के कारोबार पर एक बड़ा प्रहार किया है। 175 करोड़ से ज्यादा के मादक पदार्थ जब्त करना और सैकड़ों तस्करों की गिरफ्तारी यह दर्शाता है कि सरकार नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। इस अभियान की निरंतरता से उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश को नशा मुक्त समाज बनाने की दिशा में और अधिक प्रगति होगी।