अखिलेश यादव ने कहा कि जब प्रदेश की राजधानी में ही कानून व्यवस्था की यह स्थिति है, तो पूरे राज्य में स्थिति का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। दो दिन पूर्व बस्ती में एक अधिवक्ता की हत्या से पूरा प्रदेश थर्राया हुआ है। चारों तरफ अराजकता का बोलबाला हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार के दो वर्ष बाद भी कानून व्यवस्था पर कोई पकड़ नहीं बन सकी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आम जनमानस भय के वातावरण में जीने को मजबूर है। चोरी, डकैती, हत्या, लूट और बलात्कार की बढ़ती घटनाओं से उत्तर प्रदेश की छवि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धूमिल हुई है। जिसके कारण प्रदेश के विकास की संभावनाओं की गति रुक गयी है। उत्तर प्रदेश सरकार की उदासीनता के कारण अपराधियों के हौसले बढ़ गये हैं। अपराध की घटनाओं पर रोक के नाम पर फर्जी एनकाउण्टर किया जा रहा है। जिसमें निर्दोषों को फंसाया जा रहा है। सूबे में भाजपा के भय युक्त माहौल से निवेश और पर्यटन का क्षेत्र शिथिल पड़ गया है।
जान-माल की कोई सुरक्षा नहीं रह गयी- पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा शासन में जान-माल की कोई सुरक्षा नहीं रह गयी है। जिसके कारण जनता आक्रोशित है। मुख्यमंत्री जी का कानून व्यवस्था को ठीक करने का दावा हवा-हवाई साबित हो गया है। जनता के साथ कानून के मुद्दे पर वादाखिलाफी का जवाब आगामी लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाकर जरूर देगी।