ये भी पढ़ें- ईवीएम व वीवीपैट को लेकर मचे बवाल पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने तोड़ी चुप्पी, दिया बड़ा बयान अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान सीएम योगी ने कई विकास योजनाओं की घोषणा की है। चुनाव नतीजों के बाद सीएम योगी का पूरा जोर इन कार्यों को समय से पूरा करने पर होगा। कुंभ के दौरान प्रयागराज में विकास के बहुत काम हुए हैं। और अब वे अयोध्या, वाराणसी, गोरखपुर और लखनऊ के समग्र विकास के लिए कार्यबद्ध हैं।
ये भी पढ़ें- इस सांसद ने इतनी सीटों पर सपा-बसपा की जीत पर की बहुत बड़ी भविष्यवाणी पीएम मोदी कर चुके हैं इसका शिलान्यास- पीएम मोदी 14 जुलाई को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे-लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-56) के चांद सराय लखनऊ से गाजीपुर के हैदरिया गांव तक जाने वाले एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि इसके निर्माण पर करीब 23,350 करोड़ रुपये की लागत आने वाली है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे-चित्रकूट के भरतकूप से शुरू होकर बांदा, हमीरपुर, जालौन, औरैया से होते हुए इटावा के कुदरैल गांव के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। 294.264 करोड़ रुपये वाली परियोजना की लागत 14716.26 करोड़ है। इसी के साथ साल 2021 में मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाली गंगा एक्सप्रेस-वे पर सरकार का फोकस होगा। चार लेन और 36000 करोड़ रुपये की लागत वाली इस सड़क की लंबाई 600 किमी होगी।
अधूरी नहरें- सरकार का लक्ष्य 2019 के अंत तक 20 लाख अतिरिक्त भूमि को सिंचन के दायरे में लाना है। लिहाजा सरकार का जोर अधूरी पड़ी सरयू नहर, मध्य गंगा नहर, बदायूं, एरच, भौरट और कनहर सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने पर है।
आगरा और कानपुर के मेट्रो रेल परियोजना में तेजी-
प्रधानमंत्री मार्च-2018 में 8380 करोड़ रुपये की आगरा मेट्रो परियोजना का शिलान्यास कर चुके हैं। कानपुर मेट्रो परियोजना केंद्रीय मंत्रिपरिषद से मंजूर हो चुकी है। रैपिड ट्रांजिट सिस्टम एवं मेट्रो सर्विस के पहले कॉरिडोर का भी शिलान्यास हो चुका है। 82.15 किमी लंबे रेल कॉरिडोर निर्माण की लागत 30274 करोड़ रुपये है।
इन शहरों की बदलेगी तस्वीर- वहीं अब अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी और लखनऊ की तस्वीर बदलने की कवायद भी शुरू हो गई है। कुंभ के चलते प्रयागराज में विकास के रिकॉर्ड काम हुए। इसी तर्ज पर अब उक्त शहरों की बारी है। पीएम मोदी की संसदीय सीट होने के कारण वाराणसी और यूपी की राजधानी होने के नाते लखनऊ प्राथमिकता में रहेंगे। वही अयोध्या में गुजरात के स्टैचू ऑफ यूनिटी की तर्ज पर श्रीराम की भव्य प्रतिमा का स्वरूप उभरकर सामने आने की उम्मीद है। तो सीएम योगी के शहर गोरखपुर को भी बड़ी सौगातें मिल सकती हैं।