हिन्दू पंचांग नक्षत्रों की दशा व दिशा को ध्यान में रखते हुए तिथियों का निर्धारण करता है। पंचांग में चंद्रमा व सूर्य दोनों की स्पष्ट गति को ध्यान में रखा जाता है। ग्रहों की स्थिति के आधार पर दिन व तिथियों का निर्धारण हिंदू पंचांग में किया जाता है। हिंदू धर्म में ग्रहों को देव तुल्य माना जाता है। ऐसे में उनकी स्थिति व दिशा के अनुसार तिथियों का निर्धारण किया जाता है इसी के आधार पर तिथियों को शुभ या अशुभ निर्धारित किया जाता है। हिंदू पंचांग की अपनी वैज्ञानिक मान्यता है जिसके चलते विश्व स्तर पर इसकी स्वीकार्यता भी है।
आज का पंचांग 14 मार्च 2022 *दिन – सोमवार* *विक्रम संवत – 2078* *शक संवत -1943* *अयन – उत्तरायण* *ऋतु – वसंत ऋतु* *मास – फाल्गुन* *पक्ष – शुक्ल*
*तिथि – एकादशी subah 10:25 तक तत्पश्चात द्वादशी* *नक्षत्र – पुष्य रात्रि 08:47 तक तत्पश्चात अश्लेशा* *योग – अतिगण ratri 03:13 तक तत्पश्चात सुकर्मा* *राहुकाल – सुबह 07:30 से सुबह 09:00 तक*
*सूर्योदय – 06:06 *सूर्यास्त – 17:54* *दिशाशूल – पूर्व दिशा में* *व्रत पर्व विवरण – आमलकी एकादशी, पयोव्रत समाप्त, श्री गोविंद द्वादशी,षडशीति संक्रांति (पुण्य कल: दोपहर 12:48 से सूर्यास्त तक)* *विशेष – हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
*आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l* *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।* *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
*आर्थिक परेशानी या कर्जा हो तो* *15 मार्च 2022 मंगलवार को भौम प्रदोष योग है ।* *किसी को आर्थिक परेशानी या कर्जा हो तो भौम प्रदोष योग हो, उस दिन शाम को सूर्य अस्त के समय घर के आसपास कोई शिवजी का मंदिर हो तो जाए और ५ बत्ती वाला दीपक जलाये और थोड़ी देर जप करें :*
*ये मंत्र बोले :– *ॐ भौमाय नमः* *ॐ मंगलाय नमः* *ॐ भुजाय नमः* *ॐ रुन्ह्र्ताय नमः* *ॐ भूमिपुत्राय नमः* *ॐ अंगारकाय नमः* *और हर मंगलवार को ये मंगल की स्तुति करें:-*
*धरणी गर्भ संभूतं विद्युत् कांति समप्रभम |* *कुमारं शक्ति हस्तं तं मंगलम प्रणमाम्यहम ||*
ये भी पढ़ें: Holi Special Train: होली पर जाना है घर तो इन ट्रेनों में बुक करा सकते हैं टिकट *कर्ज-निवारक कुंजी भौम प्रदोष व्रत* *त्रयोदशी को मंगलवार उसे भौम प्रदोष कहते हैं ….इस दिन नमक, मिर्च नहीं खाना चाहिये, इससे जल्दी फायदा होता है | मंगलदेव ऋणहर्ता देव हैं। इस दिन संध्या के समय यदि भगवान भोलेनाथ का पूजन करें तो भोलेनाथ की, गुरु की कृपा से हम जल्दी ही कर्ज से मुक्त हो सकते हैं। इस दैवी सहायता के साथ थोड़ा स्वयं भी पुरुषार्थ करें। पूजा करते समय यह मंत्र बोलें –