⛅ *दिन – मंगलवार*
⛅ *विक्रम संवत – 2078*
⛅ *शक संवत -1943*
⛅ *अयन – उत्तरायण*
⛅ *ऋतु – वसंत ऋतु*
⛅ *मास – फाल्गुन*
⛅ *पक्ष – शुक्ल*
⛅ *तिथि – षष्ठी रात्रि 12:37 तक तत्पश्चात सप्तमी*
⛅ *नक्षत्र – कृत्तिका पूर्ण रात्रि तक*
⛅ *योग – वैधृति रात्रि 12:52 तक तत्पश्चात विष्कम्भ*
⛅ *राहुकाल – शाम 03:00 से शाम 04:30 तक*
⛅ *सूर्योदय – 06:10
⛅ *सूर्यास्त – 17:50*
⛅ *दिशाशूल – उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण –
💥 *विशेष – षष्ठी
ब्लोकेज हो तो
अदरक का कद्दुकस और गुड़ का कद्दुकस सुबह-सुबह थोड़ा खाएं ….श्वास बाहर रख के भगवान का नाम जपें ..ब्लोकेज खुल जायेगा | नींबू और २५ तुलसी के पत्तों का रस कभी-कभी लें …इससे भी आराम होता है | काहे को by pass surgery कराना !!
फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी से लेकर फाल्गुन मास की पूर्णिमा यानी होली के दिन तक का काल “होलाष्टक” कहलाता है | इन दिनों में शादी, ब्याह, सगाई आदि के काम नहीं किये जाते, लेकिन अगर जप-तप करते हैं तो बहुत फायदा होता है | चमत्कारिक फायदा होता है |*
10 मार्च 2022 से होलाष्टक प्रारंभ राजमा से सावधान
ये सीजन गर्मी की है इन गर्मी की सीजनों में राजमा खाने वालें सावधान | इस सीजन में राजमा जल्दी पचता नही फिर गोंड़ों का और जोंड़ों का दर्द अदि करता है |
👉🏻 *१ गेहूँ*
👉🏻 *२ चावल ( जो ज्वार खाते हों वो ज्वार और जो चावल खाते हों वो चावल ले सकते हैं )*
👉🏻 *३ मूँग*
👉🏻 *४ चना*
👉🏻 *५ उड़द*
👉🏻 *६ जौं*
👉🏻 *७ तिल कर्जे के भार से छुड़ाने में बड़ा काम करेगा |*
इस का समान भाग मिश्रण बना लें उसको चक्की में पिसवाकर उस पाउडर का घोल बनाकर उससे नहाऐं पहले ललाट पर (भस्म की तरह बीच की तीन उँगलियों से लगायें) लगायें आधा-एक मिनट “ॐ नमः शिवाय ” बोलें इससे पाप नाशिनी ऊर्जा पैदा होगी और स्वास्थ्य में कितने लाभ होगें बता नहीं सकते, साबुन लगाने से डिप्रेशन होता है, शरीर के रोम-कूप पर बुरा असर पड़ता है*
सप्त धान उबटन का स्नान रोज करो | बहुत मदद मिलेगी …. गृह पीड़ा दूर होगी बहुत फायदा होग
पंचक
पंचक का आरंभ- 28 मार्च 2022, सोमवार को 23.56 पीएम से
पंचक का समापन- 2 अप्रैल 2022, शनिवार को 29.24 मिनट पर। एकादशी
सोमवार, 14 मार्च 2022- आमलकी एकादशी
सोमवार, 28 मार्च 2022- पापमोचनी एकादशी
15 मार्च, दिन: मंगलवार, भौम प्रदोष व्रत, पूजा मुहूर्त: शाम 06:29 बजे से रात 08:53 बजे तक.
29 मार्च, दिन: मंगलवार, भौम प्रदोष व्रत, पूजा मुहूर्त: शाम 06:37 बजे से रात 08:57 बजे तक.
शुभ दिनांक : 8, 17, 26
शुभ अंक : 8, 17, 26, 35, 44
शुभ वर्ष : 2024, 2042
ईष्टदेव : हनुमानजी, शनि देवता
शुभ रंग : काला, गहरा नीला, जामुनी
कैसा रहेगा यह वर्ष
व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। नौकरीपेशा व्यक्ति प्रगति पाएंगे। बेरोजगार प्रयास करें, तो रोजगार पाने में सफल होंगे। सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। जो अभी तक बाधित रहे है वे भी सफल होंगे। राजनैतिक व्यक्ति भी समय का सदुपयोग कर लाभान्वित होंगे। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे, स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल ही रहेगा।