नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने जोन तीन के वॉर्डों में वसूली की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान पाया गया कि कदम रसूल, लाला लाजपत राय, महाकवि जयशंकर प्रसाद, महानगर और मनकामेश्वर वार्ड में हाउस टैक्स की वसूली गत वर्ष की तुलना में कम रही, जबकि अन्य वार्डों में वसूली बढ़ी थी। इस पर नगर आयुक्त ने निरीक्षक मधुरेश कुमार और वीरेंद्र कुमार को चेतावनी दी। साथ ही, आजाद अहमद को बैठक में अनुपस्थित रहने और नकारात्मक वसूली की वजह से एडवर्स एंट्री दी।
नगर आयुक्त ने आदेश दिया कि 31 मार्च तक किसी भी भवन का कर निर्धारण से छूटना नहीं चाहिए। साथ ही, अनावासीय भवनों की शत प्रतिशत वसूली 15 जनवरी तक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इसके अलावा, जो भी कर निरीक्षक अपने निर्धारित लक्ष्य को पूरा नहीं करेंगे, उन्हें रात 9:00 बजे एसबीएम हाल में भौतिक रूप से बैठक में शामिल होना होगा।
नगर आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन कर निरीक्षकों और कर अधीक्षकों का प्रदर्शन अच्छा होगा, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा, और जो लापरवाही करेंगे, उन्हें कार्यमुक्त कर दिया जाएगा। इस कड़ी कार्रवाई का उद्देश्य वसूली प्रक्रिया को तेज करना और नगर निगम की आय में वृद्धि करना है।
नगर निगम ने हाउस टैक्स वसूली को लेकर इस बार कड़ी निगरानी और समीक्षा प्रक्रिया अपनाई है, ताकि निर्धारित लक्ष्य समय पर पूरा किया जा सके। नगर आयुक्त की सख्ती से अधिकारियों में चिंता का माहौल है, लेकिन यह कदम नगर निगम के वित्तीय सुधार और विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।