घटना रूस के साइबेरिया की है। यहां गूगल मैप की एक छोटी सी गलती की वजह से 18 साल का एक सर्गे उस्तीनोव नाम का लड़का रास्ता भटक गया। उस लड़के के साथ उसका एक दोस्त वाल्दीस्लाव इस्तोमिन भी था। रास्ता भटककर दोनों युवक ऐसी जगह पहुंच गए, जहां रात में तापमान -50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उस भयंकर सर्दी में जमने से सर्गे उस्तीनोव की मौत हो गई। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों लडके वहां कई दिनों तक फंसे रहे थे।
खबरों के अनुसार, सर्गे उस्तीनोव अपने दोस्त वाल्दीस्लाव इस्तोमिन के साथ साइबेरिया के पोर्ट ऑफ मेगाडन जा रहे थे। उन्होंने गूगल मैप पर शॉर्टकट के लिए रास्ता खोजा, लेकिन वे गलत दिशा में चले गए। पोर्ट ऑफ मेगाडन की जगह दोनों युवक रास्ता भटककर रोड ऑफ बोन्स पहुंच गए। रोड ऑफ बोन्स में रात का समय काफी खतरनाक माना जाता है क्योंकि यहां अचानक तापमान गिर जाता है। वहां उन्हें रास्ता बंद मिला और दोनों वहीं अटक गए।
जहां दोनों युवक रास्ता भटककर पहुंचे, वहां यह सड़क पूरी तरह से बर्फ से ढंकी हुई थी। ज्यादा सर्दी होने की वजह से कार के रेडियेटर ने भी काम करना बंद कर दिया। ऐसे में दोनों वहीं फंस गए। उनमें से सर्गे उस्तीनोव की जमने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सर्गे का पूरा शरीर पत्थर की तरह जमा हुआ मिला। वहीं दूसरे के हाथ-पांव बुरी तरह जमे हुए हैं। बताया जा रहा है कि सर्गे के दोस्त की हालत भी नाजुक है। वाल्दीस्लाव अभी भी जिंदा है लेकिन बुरी हालत में है।