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लीव अप्लाई करने में ना करें शर्म
जोमैटो के के सीईओ दीपेंदर गोयल की ओर से किए गए ईमेल के अनुसार पीरियड लीव अप्लाई करते हुए किसी महिला कर्मचारी को शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए। इसके लिए महिला कर्मचारी पूरी तरह से फ्री हैं। ईमेल के अनुसार पीरियड लीव के लिए अपने कलीग्स को ईमेल या फिर फोन पर सूचना देने को बिल्कुल भी शर्म नहीं महसूस नहीं करनी चाहिए।
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महिला और पुरुष में है बायोलॉजिकल डिफ्रेंस
कंपनी सीईओ के अनुसार जोमैटो का मानना है कि महिला और पुरुष अलग-अलग बायोलॉजिकल डिफ्रेंस के साथ पैदा होते हैं। कंपनी ने अपने पुरुष कर्मचारियों को यह समझाने का प्रयास किया है कि जब भी कोई महिला कर्मचारी फोन या ईमेल पर आपसे पीरियड लीव पर होने की बात करें तो बिल्कुल भी शर्मिंदा ना हों। वहीं महिला कर्मचारी को भी पीरियड लीव लेने में किसी भी तरीके से परेशान होने की जरुरत नहीं है।
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कंपनी में कितने कर्मचारी करते हैं काम
फूड डिलीवरी कंपनी की शुरुआत 2008 में गुरुग्म से हुई थी। कंपनी ने काफी कम समय में अपनी काफी अलग पहचान बनाई है। भारत के अलावा दूसरे देशों में अपने पांव पसारे हुए हैं। कंपनी में मौजूदा समय में 5 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं। जोमैटो की इस नई पॉलिसी की तारीफ पूरे कॉरपोरेट वल्र्ड में हो रही है। आपको बता दें कि आज भी देश में पीरियड यानी मासिक धर्म को लेकर जागरुकता की काफी कमी है।