इतनी थी सिद्घार्थ की संपत्ति
पहले बात वीजी सिद्घार्थ की संपत्ति और उसके बिजनेस एंपायर की बात करते हैं। इस बात में कोई शक नहीं कि सिद्घार्थ ने अपनी जिंदगी में कभी गरीबी नहीं देखी। अमीर परिवार में पैदा हुए। फिर भी उनका नाम संघर्षशील उद्यमियों में लिया जाता है और रहेगा। उन्होंने अपने दम पर अपने परिवार के बिजनेस को ग्लोबल बनाया। 1992 में अपने परिवार के बिजनेस ज्वाइन करने वाले सिद्घार्थ ने कॉफी बिजनेस को आगे बढ़ाया और कॉफी बगानों के क्षेत्रफल में इजाफा किया। मौजूदा समय में उनके पास 12000 एकड़ कॉफी बगान हैं। वहीं पूरे देश में 200 एक्सक्लूसिव आउटलेट्स हैं जो कैफे कॉफी पाउडर को बेचते हैं। उनकी कंपनी देश की सबसे बड़ी ग्रीन कॉफी एक्सपोर्ट करने की वाली कंपनी है। देश के 203 शहरों में 1423 कॉफी चेन हैं। जो देश की सबसे में बड़ी चेन है। मार्च में उन्होंने माइंडट्री के 20.41 फीसदी शेयर्स एलएंडटी को बेचे हैं। जिससे उन्हें 2858 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। अगर उनकी पूरी प्रॉपर्टी की नेटवर्थ को देखें तो 18000 करोड़ रुपए है।
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सिद्घार्थ के बिजनेस की वैल्यू
कंपनी एवं लैंड | वैल्यू |
कॉफी डे ग्लोबल और लैंड वैल्यू | करीब 8500 करोड़ रुपए |
सिकल लॉजिस्टिक्स | करीब 1000 करोड़ रुपए |
टैंगलिन | 4000 करोड़ रुपए |
द सेराई | 300 करोड़ रुपए |
वे टू वेल्थ सेक्योरिटीज | 400 करोड़ रुपए |
कॉफी प्लांटेशन लैंड | 2000 करोड़ रुपए |
सिल्वर ओक ट्री | 1000 करोड़ रुपए |
टिंबर एसेट्स | 1000 करोड़ रुपए |
मैग्नासॉफ्ट ( 80 फीसदी स्टेक ) | 100 करोड़ रुपए |
आईआईटीआईएएम ( 28 फीसदी स्टेक ) | 140 करोड़ रुपए |
6500 करोड़ रुपए का था कर्ज
उन्होंने अपने कर्मचारियों को लिखे लेटर में बताया था कि उन पर 6500 करोड़ रुपए का कर्ज है। मीडिया रिपोर्ट में इंफोग्राफिक्स सामने आया है जिसमें उन तमात लेंडर्स के नाम शामिल हैं, जिनका रुपया सिद्घार्थ के पास कर्ज के रूप में थे। वैसे जो आंकड़े इंफोग्राफिक्स में दिए गए हैं वो सिद्घार्थ द्वारा माइंड ट्री के शेयर्स बेचने से पहले के हैं। शेयर्स बिकने के बाद जो रुपया आया था, उससे सिद्घार्थ ने अपने कुछ कर्ज चुकाए थे। उससे पहले सिद्घार्थ पर करीब 8183 करोड़ रुपए का कर्ज था। जिसमें सबसे ज्यादा कर्ज आईडीबीआई ट्रस्टीज सर्विजेस प्राइवेट लिमिटेड का 4575 करोड़ रुपए था। वहीं आदित्य बिड़ला फाइनेंस, एक्सिस बैंक, यस बैंक आरबीएल जैसे 24 लेंडर्स हैं जिनसे सिद्घार्थ ने कर्ज लिया था।
कर्ज से तीन गुना संपत्ति होने के बाद भी किसका डर?
सिद्घार्थ के बिजनेस की कुल 18 हजार करोड़ रुपए है। इसके मुकाबले कर्ज 6500 करोड़ रुपए है। इसका मतलब यह हुआ कि कर्ज से तीन गुना ज्यादा तो सिद्घार्थ का बिजनेस था। जिसे वो आसानी से चुका सकते थे। फिर उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया? वैसे वो दो साल पहले हुई आईटी की रेड से परेशान थे। जिसका असर भी देखने को मिल रहा था। क्या इस वजह से उन्होंने यह कदम उठाया? यह बात हजम करने लायक है नहीं। उनकी मौत के कारणों को जानना काफी अहम इसलिए भी है क्योंकि 2019 की तिमाही में उनकी कंपनी मुनाफे में थी। वहीं उनके गायब होने की सूचना पहले कंपनी का शेयर प्राइस 200 रुपए के आसपास था।
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