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118 साल पुरानी है सनराइज फूड्स
सनराइज फूड्स का इतिहास करीब 118 साल पुराना है। सनराइज मसाला कैटेगिरी में सबसे तेजी से बढऩे वाला ब्रांड है। ईस्ट इंडिया में सनराइज की काफी अच्छी पकड़ है। सनराइज ने स्थानीय स्वाद को तरजीह देते हुए अपने प्रोडक्ट्स का पोर्टफोलियो तैयार किया है। जिसकी वजह से सनराइज के काफी ग्राहक हैं। जानकारी के अनुसार १९०२ में कंपनी ने बीकानेर ( Bikaner ), जयपुर ( Jaipur ), आगरा ( Agra ) और कोलकाता ( Kolkata ) में चार कारखानों से शुरुआत की थी। अब यह नौ राज्यों में संचालित है। कंपनी का कारोबार बांग्लादेश ( Bangladesh ) और नेपाल ( Nepal ) में भी फैला हुआा है। फिस्कल ईयर 2019 में कंपनी उत्पादों की बिक्री करीब एक हजार करोड़ रुपए की हो सकती है।
आईटीसी ने कमाया इतना मुनाफा
वहीं बात आईटीसी के रेवेन्यू और नेट प्रॉऊिट की बात करें तो वित्त वर्ष २०१९ में आईटीसी का नेट रेवेन्यू ४४,४१५ करोड़ रुपए था। जबकि प्रॉफिट की बात करें तो १२,४६४ करोड़ रुपए का देखने को मिला था। वहीं ग्रुप के एफएमसीजी और इससे संबंधित सेगमेंट की बात करें तो कंपनी का रेवेन्यू १२,५०५ करोड़ रुपए देखने को मिला था। अपने एफएमसीजी सेगमेंट के जरिए आईटीसी सनफीस्ट बिस्कुट, यिप्पी नूडल्स, बी नेचुरल जूस, विवेल साबुन और बिंगो चिप्स जैसे प्रोडक्ट्स बिक्री कर रहा है।