जानना जरूरी है… कोरोना मरीजों के लिए आरटीपीसीआर, सीटी स्कैन और एचआर सीटी जांच कितना सही?
तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हल्के लक्षण दिखने पर तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें। कोविड के रोगियों में अगर बार-बार नाक बंद होती हो या नाक से पानी निकलता रहे, गालों पर काले या लाल चकत्ते दिखने लगें, चेहरे के एक तरफ सूजन हो या सुन्न पड़ जाए, दांतों और जबड़े में दर्द, कम दिखाई दे या सांस लेने में तकलीफ हो तो यह ब्लैक फंगस हो सकता है।
ब्लैक फंगस के लक्षण
– नाक में दर्द हो, खून आए या नाक बंद हो जाए
– नाक में सूजन आ जाए
– दांत या जबड़े में दर्द हो या गिरने लगें
– आंखों के सामने धुंधलापन आए या दर्द हो, बुखार हो
– सीने में दर्द
– बुखार
– सिर दर्द
– खांसी
– सांस लेने में दिक्कत
– खून की उल्टियां होना
– कभी-कभी दिमाग पर भी असर होता है
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ब्लैक फंगस किन रोगियों में ज्यादा पाया गया है?
– जिनका शुगर लेवल हमेशा ज्यादा रहता है
– जिन रोगियों ने कोविड के दौरान ज्यादा स्टेरॉइड लिया हो
– काफी देर आईसीयू में रहे रोगी
– ट्रांसप्लांट या कैंसर के रोगी
– किसी निर्माणाधीन इलाके में जाने पर मास्क पहनें
– बगीचे में जाएं तो फुल आस्तीन शर्ट, पैंट व ग्लब्स पहनें
– ब्लड ग्लूकोज स्तर को जांचते रहें और इसे नियंत्रित रखें
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(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गयी जानकरियां और सूचनाएं सामान्य जानकरियों पर आधारित हैं। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता। इन पर अमल करने से पहले सम्बंधित विशेषज्ञ से सम्पर्क करें।)