छह अप्रैल को ग्रामीणों के साथ धरना दे रहे विधानसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष अजय कुमार लल्लू सहित 19 लोगो को गिरफ्तार कर चुकी है। शांति भंग की धारा में गिरफ्तार विधायक को जेल के अन्दर ही रखने के लिए पुलिस ने कई गंभीर धाराएं बढ़ा दी है। विधायक ने सोमवार को जिला प्रशासन पर दमनकारी रवैया अपनाने और यातना देने का आरोप लगाया है। विधायक अजय कुमार लल्लू पर गंभीर धराये बढ़ाने से कंग्रेसियों में भारी गुस्सा है। गोरखपुर मंडल के कमिश्नर और आईजी ने मौके का जायजा लिया है। जिला प्रशासन के इस कार्यवाई से लगभग दो दर्जन गांवों में जबरदस्त तनाव है। कभी भी टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है।
मालूम रहे कि हिमालय की गोद से निकलने के बाद बड़ी गंडक नदी लगभग 150 किमी. की लम्बाई में बहते हुये बिहार प्रान्त में प्रवेश कर जाती है। हिमालय पर्वत श्रृंखला नजदीक होने के कारण कुशीनगर जनपद में नदी का ढलान लगभग 1 मीटर मापा जाता है। यही वजह है कि बरसात के दिनों में बड़ी गंडक नदी कुशीनगर जनपद वासियों पर कहर बनकर बरपती है। नदी का सबसे ज्यादा दबाव एपी बंधे पर होता है। इसी एपी बंधे के करीब जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बालू खनन के 3 पट्टा जारी कर दिया है।
जबकि बंधे की देख-रेख करने वाली संस्था बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता भरत राम ने खनन को बंधे के खतरा बता कर डीएम को एक पत्र भी लिख चुके है।इन्ही पट्टो को निरस्त करने के लिए वीरवट कोंहवालिया , बाघखास सहित कई गाँवो के लोग 2 फरवरी से क्षेत्रीय विधायक अजय लल्लू के नेत्रित्व में धरना दे रहे थे। 6 अप्रैल की शाम को जिला प्रशासन के आदेश पर पुलिस ने विधायक सहित 37 महिला व पुरुषो को गिरफ्तार कर पटहेरवा थाने लाई ,जहा से विधायक व 18 ग्रामीणों को शांति भंग के आरोप में जेल भेज दिया , जबकि 18 महिलाओं को निजी मुचलका पर रिहा कर दिया।
विधायक जेल के अन्दर ही रहे इसके लिए पुलिस ने 504 , 506 , 147 , 148 , 341 , 427 , 435 , 411 एवं 7 क्रिमिनल एक्ट जैसी धाराओं को बढ़ा दिया।इसकी खबर मिलने के बाद ग्रामीणों ने आज खुद आन्दोलन की बागडोर सम्भाल ली और एपी बंधे पर लगभग एक दर्जन लोग धरना देने लगे। जिला प्रशासन को यह बात नागवार गुजरी और लगभग एक दर्जन थाने की पुलिस और 2 ट्रक पीएससी भेज कर धरना स्थल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।
इसके कुछ ही देर बाद पुलिस की बर्बरता शुरू हो गई और लाठियों से पीट-पीट कर आन्दोलनकारियों को जीप में बैठाया जाने लगा। ग्रामीणों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने उनपर लाठी चार्ज कर दिया।पुलिस की निर्मम पिटाई से लगभग एक दर्जन महिलाये , पुरुष एवं बच्चे घायल हो गए।पुलिस की बर्बरता के विरोध में ग्रामीण ने भी मोर्चा संभालते हुए पत्थरबाजी शुरू कर दी। करीब एक दर्जन ग्रामीणों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस की इस बर्बरता से लगभग दो दर्जन गाँवो में तनाव व्याप्त है।
मामले की गंभीरता देखते हुए गोरखपुर मंडल के कमिश्नर अनिल कुमार और आईजी नीलाब्जा चौधरी ने घटना स्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है.I दूसरी ओर न्यायलय में पेशी पर आये विधायक अजय कुमार लल्लू ने जिला प्रशासन पर दमनकारी रवैया अपनाने का आरोप मढ़ते हुए कहा कि जिला प्रशासन का मफियायों से सांठगाठ है।जेल में यातना की दौर से गुजरना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि 36 गाँवो के लगभग 1 लाख लोगो की परवाह जिला प्रशासन को नहीं है।2012 से लगातार बड़ी गंडक नदी एपी तटबंध पर तबाही मचाती है। प्रतिवर्ष सरकार का करोडो रुपये खर्च होते है। इसके बावजूद भी जिला प्रशासन पट्टा निरस्त नहीं कर रहा है।
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