इस सम्बध में कुचामन नगर परिषद के उपसभापति हेमराज चावला एवं पार्षद सम्पती देवी चावला ने बताया कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की ओर से आयुष्मान कार्ड नि:शुल्क बनाने के बारे में प्रचार-प्रसार किए जाने के उपरान्त ई-केवाईसी करने व कार्ड बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के नाम पर प्रति व्यक्ति 50 रुपए या इससे अधिक राशि वसूल कर आमजन की जेब काटा जा रहा है। जो कतई गलत है। इस सन्दर्भ में आशा सहयोगिनियों का कहना है कि हमें आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए ई-केवाईसी के लक्ष्य को तय कर दिए, लेकिन हमें मोबाइल, फिंगर प्रिंट मशीन सहित अन्य संसाधन उपलब्ध तक नहीं कराए जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में हम कार्य कैसे करें। उपसभापति हेमराज चावला व पार्षद सम्पती चावला ने क्षेत्रीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं उच्च प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए आयुष्मान कार्ड बनाने की क्रियान्विती के लिए सम्बंधित विभाग व कार्मिकों की जिम्मेदारी तय की जाकर वांछित संसाधन समय पर उपलब्घ कराने की मांग की है, ताकि सरकार की मंशा के अनुरूप नि:शुल्क कार्ड बन सके।
– जालसाजों से बचने का सबसे पहला और प्राथमिक उपाय है कि किसी के साथ भी अपने बैंक खाते की जानकारी सांझा न करें। आयुष्मान कार्ड बनवाने के नाम पर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से ठगी हो रही है, तो इस बात का खासा ध्यान रखें।
– फर्जी केवाईसी से बचकर रहें। अगर आपको कॉल, मैसेज या किसी लिंक के माध्यम से केवाईसी करने के लिए लिंक आता है तो उसे गलती से भी न खोलें, ये फर्जी होते हैं और इससे आपका डाटा लीक हो सकता है।
– व्हाट्सएप, ईमेल या मैसेज के जरिए कई अंजान लिंक भेजे जा रहे हैं, इनसे सावधान रहें।