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व्हील चेयर से पार की पटरी उमा भारती की तबीयत इतनी ज्यादा खराब थी कि कोटा जंक्शन पर लिफ्ट होने के बावजूद वह इसका इस्तेमाल करने में असमर्थ थीं। इसके बाद उनके सुरक्षा कर्मियों ने व्हील चेयर पर बिठाकर पटरियों पर इमरजेंसी ‘पाथ वे’ होते हुए ट्रेन तक पहुंचाया। उमा भारती के सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि उऩ्हें पैदल चलना तो दूर खड़े होने में भी दिक्कत हो रही है। इसलिए व्हील चेयर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
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इंतजार करते रह गए समर्थक उमा भारती दिन में ही सड़क मार्ग से कोटा आ आई थीं। कोटा आते ही वह सीधे कोटा जंक्शन पहुंची और स्टेशन निदेशक के कक्ष में बैठकर ट्रेन का इंतजार करती रहीं। उमा भारती के स्वास्थ्य को देखते हुए रेलवे से पर्यवेक्षक, जीआरपी, आरपीएफ और पुलिस अधिकारी भी सुरक्षा में मौजूद रहे। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री ने मीडिया से दूरी बनाए रखी। स्टेशन पर उनके साथ के लिए बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे, लेकिन किसी को केन्द्रीय मंत्री से नहीं मिलने दिया गया। सुरक्षाकर्मियों ने उनके पास जाने से मीडिया और भाजपा नेताओं को भी रोक दिया।
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यूं तो अपराध है पटरी पार करना केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने प्लेटफार्म एक पर बने वेटिंग रूम से प्लेटफार्म नंबर दो तक जाने के लिए कोटा रेलवे स्टेशन पर पटरी पार की। यूं तो एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक जाने के लिए सिर्फ ओवर ब्रिज का ही इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि कोई इसके लिए पटरी पार करता है तो वह रेल कानून के मुताबिक अपराध की श्रेणी में आता है, लेकिन अस्वस्थ होने की स्थिति में एक जगह से यात्रियों को ‘पाथ वे’ होकर पटरी पार करने की अनुमति है। इस पाथ से व्हील चेयर जा सकती है। इसी पाथ वे’ से सुरक्षा बल के साथ उमा भारती ने पटरी पार की। भाजपा के शहर जिला मंत्री जगदीश जिंदल ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री गुजरात चुनावों को लेकर पार्टी के कार्य से वड़ोदरा गई।