थोक फ्रूट एंड वेजिटेबल मर्चेंट यूनियन के महासचिव संतोष मेहता, दिलबाग कुमार, जगदीश सैनी आदि ने बताया कि नगर निगम प्रशासन ने उन्हें 1974 में यहां दुकानें आवंटित की थी। जिसका किराया वे लगातार जमा कराते आ रहे हैं। निगम प्रशासन ने सभी व्यापारियों को भूखंड के पट्टे भी जारी कर रखे हैं। लेकिन नगर निगम प्रशासन ने हाल ही में एक व्यापारियों की 40 दुकानों के सामने के पक्के नीलामी स्थला को भूखंड बताकर उसके ई आवंटन की निविदा जारी की है।
जबकि उक्त दुकानों, प्लेट फार्म के मामले में न्यायालय ने अग्रिम आदेश तक स्थगत आदेश जारी कर रखा है। इसके बावजूद भी यूआईटी द्वारा न्यायालय आदेश की अवहेलना कर यहां 2403 वर्गमीटर के भूखंड की ई नीलामी की जा रही है।
132 लोगों को मिले भूखण्ड कोटा. यूआईटी परिसर में मंगलवार को रानी लक्ष्मीबाई नगर आवासीय योजना की लॉटरी निकाली गई। इसमें132 लोगों को भूखण्ड मिले। यूआईटी अध्यक्ष रामकुमार मेहता ने बताया कि योजना के लिए 15509 आवेदन पत्र प्राप्त हुए थे, जिनकी जांच कर 13500 आवेदन पत्रों को शामिल किया। इसमें से 132 भूखंडों की लॉटरी निकाली गई, जिसमें ईडब्ल्यूएस के तहत 33, एलआईजी के 9, एमआईजी के 33, एमआईजी-द्वितीय में 19, एमआईजी-ए में 22, एमआईजी-बी में 13 तथा एचआईजी के 3 भूखण्डों की लाटरी निकाली गई।
इस दौरान न्यास सचिव आनंदीलाल वैष्णव, उप सचिव कृष्णा शुक्ला, लेखाधिकारी परमानंद गोयल, सहायक लेखाधिकारी टीकमचन्द जैन मौजूद रहे।